ADMIN 01:04:47 PM 02 Aug, 2017

आज रोज़ डे है,

🌹दो ग़ुलाब मेरे पास भी हैं🌹

पहला पिता के लिये
जो खुद जले कड़ी धूप में
और मुझे छांव दी,
🌹
दूसरा माँ के लिये
जिसनें मेरे लिये कई बार अपनीं
उगलिंयां इस फिक्र में ज़लाईं क़ि
कहीं रोटिंयां ना जल जांयें

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