क्या रखा है..संसार में..
कुछ दिन तो गुजारो..झालावाड़ में..
हवाई पट्टी बनाई ...जंगलात में..
सुकून नेताओं को मिलेगा..सुनसान में..
क्यों मरते हो..दिल्ली में ..टूटती..श्वांस में..
केसरिया बालम पधारो..झालावाड़ में..
कोई नहीं देखेगा...बियावान में..
जंगल में "मोर" नाचेगा..रफ़्तार में..
रिसर्जेंट राजस्थान बनेगा..अनजान "मैं"..
आउटस्टैंडिंग रिकॉर्ड बनेगा..फरमान में..
