होके मायूस ना यूँ शाम की तरह ढलते रहिये
जिदंगी एक भोर है
सूरज की तरह निकलते रहिये
ठहरोगे एक पाँव पर तो थक जाओगे
धीरे धीरे ही सही मगर राह पर चलते रहिये
🌺🌺सुप्रभात🌺🌺
🙏🏻 आपका दिन शुभ हो🙏🏻
होके मायूस ना यूँ शाम की तरह ढलते रहिये
जिदंगी एक भोर है
सूरज की तरह निकलते रहिये
ठहरोगे एक पाँव पर तो थक जाओगे
धीरे धीरे ही सही मगर राह पर चलते रहिये
🌺🌺सुप्रभात🌺🌺
🙏🏻 आपका दिन शुभ हो🙏🏻