ADMIN 05:30:00 AM 01 Jan, 1970

अगर कभी दिल में उठे कसक दर्द देने की
मुझको हमारी छेद धुन वही पुरानी मुझको रुला देना काँटा हूँ मैं,

साथ रहूँगा तो चुभता रहूँगा तन्हा रहूं मैं
उम्र भर दिल से मुझको दुआ देना

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