ADMIN 05:30:00 AM 01 Jan, 1970

गाँव मे रामलीला हो रही थी
सीता स्वयंवर में राम जी के धनुष तोड़ने पर
परशुराम जी का आगमन हुआ।

परशुराम जी क्रोधित होकर अपने पैर को चौकी से बने
स्टेज पर पटकने लगे और चिल्लाने लगे

"किसने तोड़ा धनुष, किसने तोड़ा धनुष "

तभी दर्शकों में से आवाज आई-

अरे बेटा परशुराम धनुषवा चाहे कोई तोड़े,
हमार चौकीया टूटल न तो तोहार सब गर्मी निकाल देब||
😃😃😃

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