एक इलाहाबादी छात्र 👦 से गुरु जी 👳 ने पूछा
रामायण का सारांश बताओ:-
विद्यार्थी ने बहुत सीधा, सरल और संक्षिप्त विवरण दिया...
एक रहें राम
बहुतै काबिल,
बाप की मान लीं और मेहरिया लेय के चल दिए जंगल। 🌲🌴🌳
उनके भाई लक्ष्मण अउरु काबिल वो भी बड़े वाले होनहार वहू साथ हुई गे। 😛
हुआं जंगल मा सूपनखा आई सेट्टिंग के लिए तो
गुरु उसकी नाक काट लिहिन। 😳
सूपनखा का भाई रावण एकदम टोप का राक्षस रहा। 👺
ऊ राम का हलके मा लई लिहिस और सीता मैया का लपेट दिहिस।
😱😱
लेकिन रामो बड़े वाले रहें, भेज दीन्ह हनुमान 🙉 का कि जाओ अउर रावण की बैंड बजा आओ। 🎊📢
हनुमान जी तो अउरो बड़े परम थे। 😎
लंका की लफद्दर कर दिहिन। और गुरु ऐसा टैलर दिहिन की रावण का सारा भौकाल घुस गवा। 😛😛
फिर का रहे,
रावण बाद में विद फैमिली हौंके गए। 👊👋👊
और विभीषण फ्री में राजा बाबू हुई गए।
😱😱😱
गुरु जी बेहोश
😝😝😝
