बचपन से लेके जवानी तक जितनी भी लड़ाइयाँ देखि वो कुछ ऐसे ही शुरू हुई :
सीन : 1 -
A : तू नवाब है
B : न मैं न हूँ, तू कही का नवाब है क्या और फिर दे घूँसा दे लात.
सीन : 2 -
A : ये सड़क तेरे बाप की है.
B : साले बाप तक कैसे पहुंचा.
और फिर दे घूँसा दे लात.
तीसरा सीन वो होता है जहां सिर्फ बोल बचन होते हैं एक्शन नहीं
"अबे चल, अबे तू चल, अबे दम है तो यहाँ आ, ले आ गया,
अबे पहले हाथ लगा के दिखा न,
अबे तू हाथ लगा के देख न
