लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं,
ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है,
उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह,
वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है।
लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं,
ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है,
उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह,
वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है।