Reena 12:00:00 AM 09 Jul, 2018

जुल्फ़ों को हटा ले अपने रूखसार से
देख इन्हें चांद भी शर्म से बादलों में छिप रहा
यूँ ना छिड़क जुल्फों से शबनमी बुंँदे
तुझपें बादल भी रसक कर रहा

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