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Reena
12:00:00 AM 11 Aug, 2018
रफ़्तार कुछ इस कदर तेज है जिन्दगी की..
की सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है..
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#29857 arman
12:00:00 AM 16 Jun, 2017
रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ है जिन्दगी की;
कि सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है।
#29935 arman
12:00:00 AM 16 Jun, 2017
रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ है जिन्दगी की;
कि सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है।
#36169 Afsar
12:00:00 AM 17 Jul, 2017
रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ है जिन्दगी की;
कि सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है।
#36248 Afsar
12:00:00 AM 17 Jul, 2017
रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ है जिन्दगी की;
कि सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है।
#44480 Joker
12:00:00 AM 10 Dec, 2017
*रफ़्तार कुछ इस कदर तेज है जिन्दगी की..*
*की सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है..*