arman 12:00:00 AM 11 Jun, 2017

सजा कैसी मिली मुझको तुमसे दिल लगाने की;
रोना ही पड़ा है जब कोशिश की मुस्कुराने की;

कौन बनेगा यहाँ मेरी दर्द-भरी रातों का हमराज;
दर्द ही मिला जो तुमने कोशिश की आजमाने की।

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