Reena 12:00:00 AM 11 Jun, 2018

मगर यह ना हो सका अब यह
आलम हैं
कि तू नही तेरा गम तेरी जुस्तजू
भी नही
गुजर रही हैं कुछ इस तरह जिदंगी
जैसे
इससे किसी के सहारे की आरजू
भी नही

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