सब पूछते हैं मुझ से क्यों रातों को मैं जागता हूँ
और दिन में खोया हुआ सा रहता हूँ,
चुप रहूँ या कह दूँ
अब सब से कि इस बेचैन दिल की वजह तुम हो।
सब पूछते हैं मुझ से क्यों रातों को मैं जागता हूँ
और दिन में खोया हुआ सा रहता हूँ,
चुप रहूँ या कह दूँ
अब सब से कि इस बेचैन दिल की वजह तुम हो।
