जो लोग जाड़े में बाहर से घर आने के बाद दूसरों की रजाई में घुस कर
अपने ठंडे पैर उनके ऊपर बेदर्दी से रख देते हैं,
वो आतंकवादी से कम नही हैं।
जो लोग जाड़े में बाहर से घर आने के बाद दूसरों की रजाई में घुस कर
अपने ठंडे पैर उनके ऊपर बेदर्दी से रख देते हैं,
वो आतंकवादी से कम नही हैं।