झूठ बोलना …
बच्चों के लिए … पाप ,,
कुंवारों के लिए …. अनिवार्य ,,
प्रेमियों के लिए ….. कला ,,
और …
शादीशुदा लोगों के लिए …
शान्ति से जीने का मार्ग होता है...
संत झूंठा नन्द----
झूठ बोलना …
बच्चों के लिए … पाप ,,
कुंवारों के लिए …. अनिवार्य ,,
प्रेमियों के लिए ….. कला ,,
और …
शादीशुदा लोगों के लिए …
शान्ति से जीने का मार्ग होता है...
संत झूंठा नन्द----