आखिरी रस्म-ए-उल्फत निभा दी हमने
कल शाम तेरी तस्वीर जला दी हमने
जो भी मिलता था पूछता था तेरे बारे में
इसलिए लोगों से मुलाकात घटा दी हमने
आखिरी रस्म-ए-उल्फत निभा दी हमने
कल शाम तेरी तस्वीर जला दी हमने
जो भी मिलता था पूछता था तेरे बारे में
इसलिए लोगों से मुलाकात घटा दी हमने