Aman 12:00:00 AM 17 Feb, 2017

चार दिनों की चाहत में उमर भर का इंतजार हैं -

मोहब्बत एक ऐसी मजबूरी हैं जिसमें सब लाचार हैं....

जुदा नहीं कर सकती अब मौत भी मुझे तेरी यादों से और एक ज़िंदगी हैं

जो हर पल तेरे लिये बेक़रार हैं..

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