Home
Forum
Login
Aman
12:00:00 AM 17 Feb, 2017
मेरे इश्क का पागलपन तो देखो,
मुझे नफरत और मोहब्बत बस तुझसे ही है !!🍁❤🍁💔
Back
Forum
Related to this Post:
#725 ADMIN
04:48:54 PM 11 Dec, 2016
हंसी रोक कर दिखाओ ...
*एक बहुत ही सुंदर महिला थी*.
अपने बेटे को पास के मदरसे मे उर्दू सीखने के लिए भर्ती करवा आयी ...
उर्दू पढ़ाने वाला मौलाना उस महिला की सुंदरता के बारे में जानता था.
छुट्टी के समय मौलाना ने उसके बेटे से कहा : अपनी अम्मी को मेरा सलाम कहना....
बेटे ने आकर माँ को कह दिया कि मौलाना साहब ने आपको सलाम भेजा है ।
महिला ने भी बेटे के हाथों सलाम का उत्तर सलाम भेज कर दे दिया।
ये सिलसिला हफ्ते भर चला ...
महिला ने " पति " से परामर्श किया और अगले दिन बेटे से मौलाना को कहलवाया कि
"शाम को घर पर बुलाया है" ...
*मौलान खुश*...
3 दिन से नहाया नहीं था,
बासी शेरवानी को इस्तरी करवाया,
इत्र मारा और
पहुँच गया सुंदरी के घर..
महिला ने पहले आवभगत की,
चाय नाश्ता करवाया,
फिर, बेटे की पढ़ाई के बारे मे जानकारी ली।
मौलाना औपचारिक बातें करने के बाद, अपनी असलियत पे आया , कहा : माशा अल्लाह , आपको खुदा ने बड़ी फुर्सत में तराशा है -
लेडी : "वो तो है, शुक्रिया"
मौलाना : मुझे आपसे इश्क़ हो गया है मोहतरमा ...
लेडी : हाँ वो तो है, पर ये बात यदि मेरे पति ने सुन ली तो बहुत मुश्किल होगी,
वो आते ही होंगे ...
आप अभी जाइए, कल शाम को फिर आईयेगा तब बात करेंगे... मैं आपका इंतज़ार करूंगी ...
मौलाना चलने को हुआ ही था कि
बाहर से उस महिला के पति की आवाज़ आई : कौन घर में घुसा है, हरामखोर ?
मौलाना घबराया ... कहाँ छुप जाऊँ ?
महिला ने उसे फटाफट साड़ी पहना दी ,घूँघट कर दिया
और
गेहूँ पीसने वाली पत्थर की चक्की के पास बैठा दिया
और कहा : आप धीरे-धीरे गेहूँ पीसिए ...
मैं अभी उनको चाय वगैरह पिला कर बाहर भेजती हूँ,
आप मौका देखकर भाग जाना ।
मौलाना लगे चक्की चलाने और गेहूँ पीसने ...
पति ने प्रवेश किया और पूछा कि ये कौन महिला है ?
लेडी : पड़ोस मे नए किरायेदार आए हैं, उनकी पत्नी है,
गेहूँ पीसने आई हैं ....
पति - पत्नी बहुत देर तक हंसी मज़ाक और बातें करते रहे ...
1 घंटे बाद पति ने कहा : मैं जरा नुक्कड़ की दुकान से पान खा कर आता हूँ और बाहर निकल गया।
एक घंटे तक गेहूं पीसते-पीसते पसीने से तर बतर मौलाना ने
साड़ी उतार के फेंकी
और
आनन-फानन में वहाँ से सरपट हो लिए।
*15 दिन बाद* -
महिला के बेटे ने मदरसे में मौलाना से कहा : माँ ने आपको सलाम भेजा है" ...
.
.
.
*हरामखोरों, आटा खत्म हो गया होगा*
क्या 20 किलो आटा खा गए,
जो अब फिर से सलाम भेजा है ....
🏃😄😝
#1559 ADMIN
05:30:00 AM 01 Jan, 1970
मेरे तन से महकती है तेरी खुश्बू
अपनी साँसोँ से हटाऊँ कैसे...
तेरे इश्क का सजदा किया है मैंने...
तेरी सूरत से नजरे हटाऊँ कैसे ❤
#9679 Kapil
12:00:00 AM 16 Feb, 2017
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया,
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने,
यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
#10841 Aman
12:00:00 AM 17 Feb, 2017
: कुदरत का करिश्मा तो देखिये ज़रा इश्कमें,
हम उन पर मर मिटे थे
जिसने मुझे और मेरे वजूद तक को मिटा कर रख दिया था ।
#10928 Aman
12:00:00 AM 17 Feb, 2017
: कितना लुत्फ ले रहे हैं लोग मेरे दर्द-ओ-ग़म का...*
*ऐ इश्क देख तूने तो मेरा तमाशा ही बना दिया ।
#10963 Aman
12:00:00 AM 17 Feb, 2017
कितना लुत्फ ले रहे हैं लोग मेरे दर्द-ओ-ग़म का...*
*ऐ इश्क देख तूने तो मेरा तमाशा ही बना दिया ।
#12977 Aman
12:00:00 AM 21 Feb, 2017
*❤ मेरे तन से महकती है तेरी खुश्बू*
*अपनी साँसोँ से हटाऊँ कैसे...*
*तेरे इश्क का सजदा किया है मैंने...*
*तेरी सूरत से नजरे हटाऊँ कैसे ❤*
#13081 Aman
12:00:00 AM 23 Feb, 2017
*❤ मेरे तन से महकती है तेरी खुश्बू*
*अपनी साँसोँ से हटाऊँ कैसे...*
*तेरे इश्क का सजदा किया है मैंने...*
*तेरी सूरत से नजरे हटाऊँ कैसे ❤*
#21185 Rakesh
12:00:00 AM 06 May, 2017
लफ्ज़ लफ्ज़ उसकी यादों का मेरे ज़हन में दर्ज है
उसका इश्क़ ही मेरा इलाज है उसका इश्क़ ही मेरा मर्ज़ है