मुझे अपने चंद सवालों का जवाब चाहिए;
तुम्हारे दिल में थोड़ी सी जगह चाहिए;
तुझ को मेरे सिवा किसी और का ख़याल ना रहे;
तेरी ज़िंदगी में मुझको वो मुक़ाम चाहिए;
जो वक़्त भी हम ने तेरे बिना गुज़ारे हैं;
वापिस मुझे वो अपने शब्-ओ-रोज़ चाहिए;
तेरी ज़िंदगी में मेरी क्या अहमियत है रज़ा;
सब कुछ छोड़, इस बात का जवाब चाहिए।
