Afsar 12:00:00 AM 17 Jul, 2017

​​वो मेहँदी वाले हाथ मुझे दिखा के रोये;
अब मैं हूँ किसी और की हूँ मुझे ये बता के रोये;

​पहले कहते थे कि नहीं जी सकते तेरे बिन;
आज फिर वही बात वो दोहरा के रोये;

​कैसे कर लूं उनकी मोहब्बत पे शक यारों;
वो भरी महफ़िल में मुझे गले लगा के ​रोये।

Related to this Post: