Afsar 12:00:00 AM 17 Jul, 2017

ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ;
मुझे तुम से मोहब्बत है जताना भूल जाता हूँ;

तेरी गलियों में फिरना इतना अच्छा लगता है;
मैं रास्ता याद रखता हूँ ठिकाना भूल जाता हूँ;

बस इतनी बात पर मैं लोगों को अच्छा नही लगता;
मैं काम तो कर तो देता हूँ पर बताना भूल जाता हूँ;

शरारत ले के आंखो में वो तेरा देखना तौबा;
मैं तेरी नज़रो पे जमी नज़रे झुकाना भूल जाता हूँ;

मोहब्बत कब हुई कैसे हुई सब याद है मुझको;
मैं कर के मोहब्बत को भुलाना भूल जाता हूँ।

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