✔✔तेरी उम्मीद से चाहत है जगी
तेरे ही इश्क में दीवाना बना
तुम्हीं से आशिकी है जाने ग़ज़ल
तू मेरे लबों को पैमाना बना
✔✔तेरी उम्मीद से चाहत है जगी
तेरे ही इश्क में दीवाना बना
तुम्हीं से आशिकी है जाने ग़ज़ल
तू मेरे लबों को पैमाना बना