Afsar 12:00:00 AM 18 Jul, 2017

संता अमरुद बेच रहा था
एक रूपये की दो , एक रूपये की दो

बंता – क्या दे रहे हो भाई?

संता – दीखता नहीं अमरुद है
एक रूपये की दो , एक रूपये की दो

बंता – क्या दे रहे हो भाई ?
संता (गुस्से में) – पिछवाड़े पे लात चाहिए क्या 🙂 🙂

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