Home
Forum
Login
Rakesh
12:00:00 AM 18 Jun, 2017
कल क्या खूब इश्क़ से इन्तेकाम लिया मैंने,
कागज़ पर लिखा इश्क़ और उसे ज़ला दिया।
Back
Forum
Related to this Post:
#80 ADMIN
03:16:13 PM 11 Mar, 2016
*एक बार संख्या 9 ने 8 को थप्पड़ मारा*
*8 रोने लगा...*
*पूछा मुझे क्यों मारा..?*
*9 बोला...*
*मैं बड़ा हु इसीलए मारा..*
*सुनते ही 8 ने 7 को मारा*
*और 9 वाली बात दोहरा दी*
*7 ने 6 को..*
*6 ने 5 को..*
*5 ने 4 को..*
*4 ने 3 को..*
*3 ने 2 को..*
*2 ने 1 को..*
*अब 1 किसको मारे*
*1 के निचे तो 0 था !*
*1 ने उसे मारा नही*ं
*बल्कि प्यार से उठाया*
*और उसे अपनी बगल में*
*बैठा लिया*
*जैसे ही बैठाया...*
*उसकी ताक़त 10 हो गयी..!*
*और 9 की हालत खराब हो गई.*
*जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,*
*कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,*
*दूर हो या पास...क्या फर्क पड़ता हैं,*
*"अनमोल रिश्तों"*
*का तो बस "एहसास" ही काफी ह*ैं !
*बहुत ही खूबसूरत लाईनें..*
*किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये*,
*कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नही* *लाता..*!
*डरिये वक़्त की मार से,*
*बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..*!
*अकल कितनी भी तेज ह़ो,*
*नसीब के बिना नही जीत सकती..*
*बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,*
*कभी बादशाह नही बन सका...!!"*
*"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो,*
*ना ही तुम अपने कंधे पर सर*
*रखकर रो सकते हो* !
*एक दूसरे के लिये जीने का नाम* *ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो*
*तुम्हे चाहते हों दिल से!*
*रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते* *क्योकिकुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर*
*जीवन अमीर जरूर बना देते है* "
*आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू* -
*सड़क वही रहेगी* |
*आप टाइटन पहने या रोलेक्स* -
*समय वही रहेगा* |
*आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग* -
*आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंग*े |
*आप इकॉनामी क्लास में सफर करे*ं
*या बिज़नस में* -
*आपका समय तो उतना ही लगेगा* |
*भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं* |
*एक सत्य ये भी है कि*
*धनवानो का आधा धन*
*तो ये जताने में चला जाता है*
*की वे भी धनवान है*
*कमाई छोटी या बड़ी हो*
*सकती है*....
*पर रोटी की साईज़ लगभग*
*सब घर में एक जैसी ही होती है।*
: *शानदार बात*
*बदला लेने में क्या मजा है*
*मजा तो तब है जब तुम*
*सामने वाले को बदल डालो..*||
*इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,*
*और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...*
#142 ADMIN
07:35:25 AM 11 Apr, 2016
*एक बार संख्या 9 ने 8 को थप्पड़ मारा*
*8 रोने लगा...*
*पूछा मुझे क्यों मारा..?*
*9 बोला...*
*मैं बड़ा हु इसीलए मारा..*
*सुनते ही 8 ने 7 को मारा*
*और 9 वाली बात दोहरा दी*
*7 ने 6 को..*
*6 ने 5 को..*
*5 ने 4 को..*
*4 ने 3 को..*
*3 ने 2 को..*
*2 ने 1 को..*
*अब 1 किसको मारे*
*1 के निचे तो 0 था !*
*1 ने उसे मारा नही*ं
*बल्कि प्यार से उठाया*
*और उसे अपनी बगल में*
*बैठा लिया*
*जैसे ही बैठाया...*
*उसकी ताक़त 10 हो गयी..!*
*और 9 की हालत खराब हो गई.*
*जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,*
*कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,*
*दूर हो या पास...क्या फर्क पड़ता हैं,*
*"अनमोल रिश्तों"*
*का तो बस "एहसास" ही काफी ह*ैं !
*बहुत ही खूबसूरत लाईनें..*
*किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये*,
*कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नही* *लाता..*!
*डरिये वक़्त की मार से,*
*बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..*!
*अकल कितनी भी तेज ह़ो,*
*नसीब के बिना नही जीत सकती..*
*बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,*
*कभी बादशाह नही बन सका...!!"*
*"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो,*
*ना ही तुम अपने कंधे पर सर*
*रखकर रो सकते हो* !
*एक दूसरे के लिये जीने का नाम* *ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो*
*तुम्हे चाहते हों दिल से!*
*रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते* *क्योकिकुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर*
*जीवन अमीर जरूर बना देते है* "
*आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू* -
*सड़क वही रहेगी* |
*आप टाइटन पहने या रोलेक्स* -
*समय वही रहेगा* |
*आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग* -
*आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंग*े |
*आप इकॉनामी क्लास में सफर करे*ं
*या बिज़नस में* -
*आपका समय तो उतना ही लगेगा* |
*भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं* |
*एक सत्य ये भी है कि*
*धनवानो का आधा धन*
*तो ये जताने में चला जाता है*
*की वे भी धनवान है*
*कमाई छोटी या बड़ी हो*
*सकती है*....
*पर रोटी की साईज़ लगभग*
*सब घर में एक जैसी ही होती है।*
: *शानदार बात*
*बदला लेने में क्या मजा है*
*मजा तो तब है जब तुम*
*सामने वाले को बदल डालो..*||
*इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,*
*और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...*
#340 ADMIN
08:20:42 PM 11 Jun, 2016
हरिवंशराय बच्चन जी की एक खूबसूरत कविता,,
_"रब" ने. नवाजा हमें. जिंदगी. देकर;_
_और. हम. "शौहरत" मांगते रह गये;_
_जिंदगी गुजार दी शौहरत. के पीछे;_
_फिर जीने की "मौहलत" मांगते रह गये।_
_ये कफन , ये. जनाज़े, ये "कब्र" सिर्फ. बातें हैं. मेरे दोस्त,,,_
_वरना मर तो इंसान तभी जाता है जब याद करने वाला कोई ना. हो...!!_
_ये समंदर भी. तेरी तरह. खुदगर्ज़ निकला,_
_ज़िंदा. थे. तो. तैरने. न. दिया. और मर. गए तो डूबने. न. दिया . ._
_क्या. बात करे इस दुनिया. की_
_"हर. शख्स. के अपने. अफसाने. हे"_
_जो सामने. हे. उसे लोग. बुरा कहते. हे,_
_जिसको. देखा. नहीं उसे सब "खुदा". कहते. है.l
#348 ADMIN
08:30:35 PM 11 Jun, 2016
Is massage ko tabhi padna jab aap isko forwd kar sake😥
💇💇💇💇💇💇💇
एक औरत गर्भ से थी
पति को जब पता लगा
की कोख में बेटी हैं तो
वो उसका गर्भपात
करवाना चाहते हैं
दुःखी होकर पत्नी अपने
पति से क्या कहती हैं :-
👧👧👧👧👧👧👧👧
🙏सुनो,
ना मारो इस नन्ही कलि को,
वो खूब सारा प्यार हम पर
लुटायेगी,
जितने भी टूटे हैं सपने,
फिर से वो सब सजाएगी..
👼👼👼👼👼👼👼
😒सुनो,
ना मारो इस नन्ही कलि को,
जब जब घर आओगे
तुम्हे खूब हंसाएगी,
तुम प्यार ना करना
बेशक उसको,
वो अपना प्यार लुटाएगी..
👸👸👸👸👸👸👸👸👸
😡सुनो
ना मारो इस नन्ही कलि को,
हर काम की चिंता
एक पल में भगाएगी,
किस्मत को दोष ना दो,
वो अपना घर
आंगन महकाएगी..
💇💇💇💇💇💇💇💇💇💇
😑ये सब सुन पति
अपनी पत्नी को कहता हैं :-
👧👧👧👧👧👧👧
👩सुनो
में भी नही चाहता मारना
इसनन्ही कलि को,
तुम क्या जानो,
प्यार नहीं हैं
क्या मुझको अपनी परी से,
पर डरता हूँ
समाज में हो रही रोज रोज
की दरिंदगी से..
👼👼👼👼👼👼👼😿
😳क्या फिर खुद वो इन सबसे अपनी लाज बचा पाएगी,
क्यूँ ना मारू में इस कलि को,
वो बहार नोची जाएगी..
में प्यार इसे खूब दूंगा,
पर बहार किस किस से
बचाऊंगा,
👸👸👸👸👸👸👸👸
😨जब उठेगी हर तरफ से
नजरें, तो रोक खुद को
ना पाउँगा..
क्या तू अपनी नन्ही परी को,
इस दौर में लाना चाहोगी,
👨👨👨👨👨👨👨👨👨👨
😞जब तड़फेगी वो नजरो के आगे, क्या वो सब सह पाओगी,
क्यों ना मारू में अपनी नन्ही परी को, क्या बीती होगी उनपे,
जिन्हें मिला हैं ऐसा नजराना,
क्या तू भी अपनी परी को
ऐसी मौत दिलाना चाहोगी..
🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅
👼ये सुनकर गर्भ से
आवाज आती है…..ं
सुनो माँ पापा-
मैं आपकी बेटी हूँ
मेरी भी सुनो :-
👧👧👧👧👧👧👧👧
🙆पापा सुनो ना,
साथ देना आप मेरा,
मजबूत बनाना मेरे हौसले को,
घर लक्ष्मी है आपकी बेटी,
वक्त पड़ने पर मैं काली भी बन जाऊँगी
👸👸👸👸👸👸👸👸
💁पापा सुनो,
ना मारो अपनी नन्ही कलि को, तुम उड़ान देना मेरे हर वजूद को,
में भी कल्पना चावला की तरह, ऊँची उड़ान भर जाऊँगी..
👧👧👧👧👧👧👧👧
🙅पापा सुनो,
ना मारो अपनी नन्ही कलि को, आप बन जाना मेरी छत्र छाया,
में झाँसी की रानी की तरह खुद की गैरो से लाज बचाऊँगी…
👼👼👼👼👼👼👼👼👼
😗पति (पिता) ये सुन कर
मौन हो गया और उसने अपने फैसले पर शर्मिंदगी महसूस
करने लगा और कहता हैं
अपनी बेटी से :-
👵👵👵👵👵👵👵👵👵👵
😞मैं अब कैसे तुझसे
नजरे मिलाऊंगा,
चल पड़ा था तेरा गला दबाने,
अब कैसे खुद को तेरेे सामने लाऊंगा,
मुझे माफ़ करना
ऐ मेरी बेटी, तुझे इस दुनियां में
सम्मान से लाऊंगा..
👧👧👧👧👧👧👧👧👧
😣वहशी हैं ये दुनिया
तो क्या हुआ, तुझे मैं दुनिया की सबसे बहादुर बिटिया
बनाऊंगा.
👶👶👶👶👶👶👶👶
👨मेरी इस गलती की
मुझे है शर्म,
घर घर जा के सबका
भ्रम मिटाऊंगा
बेटियां बोझ नहीं होती..
अब सारे समाज में
अलख जगाऊंगा!!!
Joks to sabhi share karte hai aaj dekhta hoon is msg ko kon kon share karega.
Save girls save world...
👪👪👪👪
#420 ADMIN
11:36:48 PM 11 Jul, 2016
एक बार एक कुत्ते और गधे के बीच शर्त लगी
कि जो जल्दी से जल्दी दौडते हुए
दो गाँव आगे रखे एक सिंहासन पर बैठेगा...
वही उस सिंहासन का अधिकारी माना जायेगा,
और राज करेगा.
जैसा कि निश्चित हुआ था, दौड शुरू हुई.
कुत्ते को पूरा विश्वास था कि मैं ही जीतूंगा.
क्योंकि ज़ाहिर है इस गधे से तो मैं तेज ही दौडूंगा.
पर अागे किस्मत में क्या लिखा है ...
ये कुत्ते को मालूम ही नही था.
शर्त शुरू हुई .
कुत्ता तेजी से दौडने लगा.
पर थोडा ही आगे गया न गया था कि
अगली गली के कुत्तों ने उसे लपकना ,नोंचना ,भौंकना शुरू किया.
और ऐसा हर गली, हर चौराहे पर होता रहा..
जैसे तैसे कुत्ता हांफते हांफते सिंहासन के पास पहुंचा..
तो देखता क्या है कि गधा पहले ही से सिंहासन पर विराजमान है.
तो क्या...!
गधा उसके पहले ही वहां पंहुच चुका था... ?
और शर्त जीत कर वह राजा बन चुका था.. !
और ये देखकर
निराश हो चुका कुत्ता बोल पडा..
अगर मेरे ही लोगों ने मुझे आज पीछे न खींचा होता तो आज ये गधा इस सिंहासन पर न बैठा होता ...
तात्पर्य ...
*१. अपने लोगों को काॅन्फिडेंस में लो.*
*२. अपनों को आगे बढने का मौका दो, उन्हें मदद करो.*
*३. नही तो कल बाहरी गधे हम पर राज करने लगेंगे.*
*४. पक्का विचार और आत्म परीक्षण करो.*
⭐जो मित्र आगे रहकर होटल के बिल का पेमेंट करतें हैं, वो उनके पास खूब पैसा है इसलिये नही ... ⭐
⭐बल्कि इसलिये.. कि उन्हें मित्र पैसों से अधिक प्रिय हैं ⭐
⭐ऐसा नही है कि जो हर काम में आगे रहतें हैं वे मूर्ख होते हैं, बल्कि उन्हें अपनी जवाबदारी का एहसास हरदम बना रहता है इसलिये ⭐
⭐जो लडाई हो चुकने पर पहले क्षमा मांग लेतें हैं, वो इसलिये नही, कि वे गलत थे... बल्कि उन्हें अपने लोगों की परवाह होती है इसलिये.⭐
⭐जो तुम्हे मदद करने के लिये आगे आतें हैं वो तुम्हारा उनपर कोई कर्ज बाकी है इसलिये नही... बल्कि वे तुम्हें अपना मानतें हैं इसलिये⭐
⭐जो खूब वाट्स एप पोस्ट भेजते रहतें हैं वो इसलिये नही कि वे निरे फुरसती होतें हैं ...
बल्कि उनमें सतत आपके संपर्क में बनें रहने की इच्छा रहती है ... इसलिये ⭐
*( आत्मचिंतन करने योग्य पोस्ट)*
#563 ADMIN
10:04:15 AM 11 Oct, 2016
क्या खूब लिखा है किसी ने...🖊
आगे सफर था और पीछे हमसफर था...🖊
रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता...🖊
मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी...🖊
ए दिल तू ही बता,उस वक्त मैं कहाँ जाता...🖊
मुद्दत का सफर भी था और बरसो
का हमसफर भी था
रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते...🖊
यूँ समँझ लो,
प्यास लगी थी गजब की
मगर पानी मे जहर था...🖊
पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते...🖊
बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए...🖊
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए...🖊
वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता...🖊
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता🖊
सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...🖊
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर...🖊
"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है...🖊
"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"...🖊
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया...🖊
अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा...🖊
लौट आता हूँ वापस घर की तरफ... हर रोज़ थका-हारा,
आज तक समझ नहीं आया की जीने के लिए काम करता हूँ या काम करने के लिए जीता हूँ...🖊
बचपन में सबसे अधिक बार पूछा गया सवाल -
"बङे हो कर क्या बनना है ?"
जवाब अब मिला है, - "फिर से बच्चा बनना है...🖊
“थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी
मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे...🖊
दोस्तों से बिछड़ कर यह हकीकत खुली...🖊
बेशक, कमीने थे पर रौनक उन्ही से थी...🖊
भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ' अपनो ' की...🖊
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है...🖊
हंसने की इच्छा ना हो,
तो भी हसना पड़ता है...🖊
.
कोई जब पूछे कैसे हो..?
तो मजे में हूँ कहना पड़ता है...🖊
.
ये ज़िन्दगी का रंगमंच है दोस्तों,
यहाँ हर एक को नाटक करना पड़ता है...🖊
"माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती,
यहाँ आदमी आदमी से जलता है...🖊
दुनिया के बड़े से बड़े साइंटिस्ट, ये ढूँढ रहे हैं की
मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं...🖊
पर आदमी ये नहीं ढूँढ रहा
कि जीवन में मंगल है या नहीं...🖊
मंदिर में फूल चढ़ा कर आए तो यह एहसास हुआ,
कि...
पत्थरों को मनाने में ,
फूलों का क़त्ल कर आए हम...🖊
गए थे गुनाहों की माफ़ी माँगने,
वहाँ एक और गुनाह कर आए हम...🖊
Good Morning
#907 ADMIN
05:30:00 AM 01 Jan, 1970
बहुत ही सुंदर बाते है, जरुर पढे एवं चिंतन मनन kare :
🍁🍁please read below🍁🍁
🏆🏆🌹🌹💯💯💯💯🌹🌹🏆🏆
🙏🏻💎💎💎💎🙏🏻
🍁🍁
1. जिदंगी मे कभी भी किसी को
बेकार मत समझना क्योक़ि
बंद पडी घडी भी दिन में
दो बार सही समय बताती है
🍁🍁
2. किसी की बुराई तलाश करने
वाले इंसान की मिसाल उस
मक्खी की तरह है जो सारे
खूबसूरत जिस्म को छोडकर
केवल जख्म पर ही बैठती है
🍁🍁
3. टूट जाता है गरीबी मे
वो रिश्ता जो खास होता है
हजारो यार बनते है
जब पैसा पास होता है
🍁🍁
4. मुस्करा कर देखो तो
सारा जहाॅ रंगीन है
वर्ना भीगी पलको
से तो आईना भी
धुधंला नजर आता है
🍁🍁
5..जल्द मिलने वाली चीजे
ज्यादा दिन तक नही चलती
और जो चीजे ज्यादा
दिन तक चलती है
वो जल्दी नही मिलती
🍁🍁
6. बुरे दिनो का एक
अच्छा फायदा
अच्छे-अच्छे दोस्त
परखे जाते है
🍁🍁
7. बीमारी खरगोश की तरह
आती है और कछुए की तरह
जाती है
जबकि पैसा कछुए की तरह
आता है और.खरगोश की
तरह जाता है
🍁🍁
8. छोटी छोटी बातो मे
आनंद खोजना चाहिए
क्योकि बङी बङी तो
जीवन मे कुछ ही होती है
🍁🍁
9. ईश्वर से कुछ मांगने पर
न मिले तो उससे नाराज
ना होना क्योकि ईश्वर
वह नही देता जो आपको
अच्छा लगता है बल्कि
वह देता है जो आपके लिए
अच्छा होता है
🍁🍁
10. लगातार हो रही
असफलताओ से निराश
नही होना चाहिए क्योक़ि
कभी-कभी गुच्छे की आखिरी
चाबी भी ताला खोल देती है
🍁🍁
11. ये सोच है हम इसांनो की
कि एक अकेला
क्या कर सकता है
पर देख जरा उस सूरज को
वो अकेला ही तो चमकता है
🍁🍁
12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो
उन्हे तोङना मत क्योकि
पानी चाहे कितना भी गंदा हो
अगर प्यास नही बुझा सकता
वो आग तो बुझा सकता है
🍁🍁
13. अब वफा की उम्मीद भी
किस से करे भला
मिटटी के बने लोग
कागजो मे बिक जाते है
🍁🍁
14. इंसान की तरह बोलना
न आये तो जानवर की तरह
मौन रहना अच्छा है
🍁🍁
15. जब हम बोलना
नही जानते थे तो
हमारे बोले बिना'माँ'
हमारी बातो को समझ जाती थी
और आज हम हर बात पर
कहते है छोङो भी 'माँ'
आप नही समझोगी
🍁🍁
16. शुक्र गुजार हूँ
उन तमाम लोगो का
जिन्होने बुरे वक्त मे
मेरा साथ छोङ दिया
क्योकि उन्हे भरोसा था
कि मै मुसीबतो से
अकेले ही निपट सकता हूँ
🍁🍁
17. शर्म की अमीरी से
इज्जत की गरीबी अच्छी है
🍁🍁
18. जिदंगी मे उतार चङाव
का आना बहुत जरुरी है
क्योकि ECG मे सीधी लाईन
का मतलब मौत ही होता है
🍁🍁
19. रिश्ते आजकल रोटी
की तरह हो गए है
जरा सी आंच तेज क्या हुई
जल भुनकर खाक हो जाते
🍁🍁
20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की
तलाश मत करो
खुद अच्छे बन जाओ
आपसे मिलकर शायद
किसी की तालाश पूरी हो
🍁🍁
मांगो उसी से जो दे दे ख़ुशी से चाहों उशी को जो समज सके
#1738 ADMIN
12:20:24 AM 12 Apr, 2016
1. जिदंगी मे कभी भी किसी को
बेकार मत समझना क्योक़ि
बंद पडी घडी भी दिन में
दो बार सही समय बताती है
🍁🍁
2. किसी की बुराई तलाश करने
वाले इंसान की मिसाल उस
मक्खी की तरह है जो सारे
खूबसूरत जिस्म को छोडकर
केवल जख्म पर ही बैठती है
🍁🍁
3. टूट जाता है गरीबी मे
वो रिश्ता जो खास होता है
हजारो यार बनते है
जब पैसा पास होता है
🍁🍁
4. मुस्करा कर देखो तो
सारा जहाॅ रंगीन है
वर्ना भीगी पलको
से तो आईना भी
धुधंला नजर आता है
🍁🍁
5..जल्द मिलने वाली चीजे
ज्यादा दिन तक नही चलती
और जो चीजे ज्यादा
दिन तक चलती है
वो जल्दी नही मिलती
🍁🍁
6. बुरे दिनो का एक
अच्छा फायदा
अच्छे-अच्छे दोस्त
परखे जाते है
🍁🍁
7. बीमारी खरगोश की तरह
आती है और कछुए की तरह
जाती है
जबकि पैसा कछुए की तरह
आता है और.खरगोश की
तरह जाता है
🍁🍁
8. छोटी छोटी बातो मे
आनंद खोजना चाहिए
क्योकि बङी बङी तो
जीवन मे कुछ ही होती है
🍁🍁
9. ईश्वर से कुछ मांगने पर
न मिले तो उससे नाराज
ना होना क्योकि ईश्वर
वह नही देता जो आपको
अच्छा लगता है बल्कि
वह देता है जो आपके लिए
अच्छा होता है
🍁🍁
10. लगातार हो रही
असफलताओ से निराश
नही होना चाहिए क्योक़ि
कभी-कभी गुच्छे की आखिरी
चाबी भी ताला खोल देती है
🍁🍁
11. ये सोच है हम इसांनो की
कि एक अकेला
क्या कर सकता है
पर देख जरा उस सूरज को
वो अकेला ही तो चमकता है
🍁🍁
12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो
उन्हे तोङना मत क्योकि
पानी चाहे कितना भी गंदा हो
अगर प्यास नही बुझा सकता
वो आग तो बुझा सकता है
🍁🍁
13. अब वफा की उम्मीद भी
किस से करे भला
मिटटी के बने लोग
कागजो मे बिक जाते है
🍁🍁
14. इंसान की तरह बोलना
न आये तो जानवर की तरह
मौन रहना अच्छा है
🍁🍁
15. जब हम बोलना
नही जानते थे तो
हमारे बोले बिना'माँ'
हमारी बातो को समझ जाती थी
और आज हम हर बात पर
कहते है छोङो भी 'माँ'
आप नही समझोगी
🍁🍁
16. शुक्र गुजार हूँ
उन तमाम लोगो का
जिन्होने बुरे वक्त मे
मेरा साथ छोङ दिया
क्योकि उन्हे भरोसा था
कि मै मुसीबतो से
अकेले ही निपट सकता हूँ
🍁🍁
17. शर्म की अमीरी से
इज्जत की गरीबी अच्छी है
🍁🍁
18. जिदंगी मे उतार चङाव
का आना बहुत जरुरी है
क्योकि ECG मे सीधी लाईन
का मतलब मौत ही होता है
🍁🍁
19. रिश्ते आजकल रोटी
की तरह हो गए है
जरा सी आंच तेज क्या हुई
जल भुनकर खाक हो जाते
🍁🍁
20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की
तलाश मत करो
खुद अच्छे बन जाओ
आपसे मिलकर शायद
किसी की तालाश पूरी हो
#1863 ADMIN
10:59:23 AM 12 Aug, 2016
👉 *गुरु का स्थान*
🔵 *एक राजा था. उसे पढने लिखने का बहुत शौक था. एक बार उसने मंत्री-परिषद् के माध्यम से अपने लिए एक शिक्षक की व्यवस्था की*. शिक्षक राजा को पढ़ाने के लिए आने लगा. *राजा को शिक्षा ग्रहण करते हुए कई महीने बीत गए, मगर राजा को कोई लाभ नहीं हुआ।* गुरु तो रोज खूब मेहनत करता थे परन्तु राजा को उस शिक्षा का कोई फ़ायदा नहीं हो रहा था. *राजा बड़ा परेशान, गुरु की प्रतिभा और योग्यता पर सवाल उठाना भी गलत था क्योंकि वो एक बहुत ही प्रसिद्द और योग्य गुरु थे। आखिर में एक दिन रानी ने राजा को सलाह दी कि राजन आप इस सवाल का जवाब गुरु जी से ही पूछ कर देखिये।
🔴 राजा ने एक दिन हिम्मत करके गुरूजी के सामने अपनी जिज्ञासा रखी, *हे गुरुवर क्षमा कीजियेगा, मैं कई महीनो से आपसे शिक्षा ग्रहण कर रहा हूँ पर मुझे इसका कोई लाभ नहीं हो रहा है. ऐसा क्यों है?*
🔵 गुरु जी ने बड़े ही शांत स्वर में जवाब दिया, *राजन इसका कारण बहुत ही सीधा सा है*…
🔴 गुरुवर कृपा कर के आप शीघ्र इस प्रश्न का उत्तर दीजिये, राजा ने विनती की।
🔵 गुरूजी ने कहा, राजन बात बहुत छोटी है परन्तु *आप अपने बड़े होने के अहंकार के कारण इसे समझ नहीं पा रहे हैं और परेशान और दुखी हैं. माना कि आप एक बहुत बड़े राजा हैं।* आप हर दृष्टि से मुझ से पद और प्रतिष्ठा में बड़े हैं *परन्तु यहाँ पर आप का और मेरा रिश्ता एक गुरु और शिष्य का है।* गुरु होने के नाते मेरा स्थान आपसे उच्च होना चाहिए, परन्तु आप स्वंय ऊँचे सिंहासन पर बैठते हैं और मुझे अपने से नीचे के आसन पर बैठाते हैं। बस यही एक कारण है जिससे आपको न तो कोई शिक्षा प्राप्त हो रही है और न ही कोई ज्ञान मिल रहा है. आपके राजा होने के कारण मैं आप से यह बात नहीं कह पा रहा था।
🔴 *कल से अगर आप मुझे ऊँचे आसन पर बैठाएं और स्वंय नीचे बैठें तो कोई कारण नहीं कि आप शिक्षा प्राप्त न कर पायें।*
🔵 राजा की समझ में सारी बात आ गई और उसने तुरंत अपनी गलती को स्वीकारा और गुरुवर से उच्च शिक्षा प्राप्त की।
🔴 *मित्रों, इस छोटी सी कहानी का सार यह है कि हम रिश्ते-नाते, पद या धन वैभव किसी में भी कितने ही बड़े क्यों न हों हम अगर अपने गुरु को उसका उचित स्थान नहीं देते तो हमारा भला होना मुश्किल है*. और यहाँ *स्थान का अर्थ सिर्फ ऊँचा या नीचे बैठने से नहीं है, इसका सही अर्थ है कि हम अपने मन में गुरु को क्या स्थान दे रहे हैं।* क्या हम सही मायने में उनको सम्मान दे रहे हैं या स्वयं के ही श्रेस्ठ होने का घमंड कर रहे हैं?
🔵 अगर हम अपने गुरु या शिक्षक के प्रति हेय भावना रखेंगे तो हमें उनकी योग्यताओं एवं अच्छाइयों का कोई लाभ नहीं मिलने वाला और अगर हम उनका आदर करेंगे, उन्हें महत्व देंगे तो उनका आशीर्वाद हमें सहज ही प्राप्त होगा।
#2013 ADMIN
03:39:06 PM 12 Nov, 2016
_*APJ Abdul Kalams's Messages to Start your day Beautifully -*_
*1. जिदंगी मे कभी भी किसी को*
*बेकार मत समझना,क्योक़ि*
*बंद पडी घडी भी दिन में*
*दो बार सही समय बताती है।*
*2. किसी की बुराई तलाश करने*
*वाले इंसान की मिसाल उस*
*मक्खी की तरह है जो सारे*
*खूबसूरत जिस्म को छोडकर*
*केवल जख्म पर ही बैठती है।*
*3. टूट जाता है गरीबी मे*
*वो रिश्ता जो खास होता है,*
*हजारो यार बनते है*
*जब पैसा पास होता है।*
*4. मुस्करा कर देखो तो*
*सारा जहाॅ रंगीन है,*
*वर्ना भीगी पलको*
*से तो आईना भी*
*धुधंला नजर आता है।*
*5..जल्द मिलने वाली चीजे*
*ज्यादा दिन तक नही चलती,*
*और जो चीजे ज्यादा*
*दिन तक चलती है*
*वो जल्दी नही मिलती।*
*6. बुरे दिनो का एक*
*अच्छा फायदा*
*अच्छे-अच्छे दोस्त*
*परखे जाते है ।*
*7. बीमारी खरगोश की तरह*
*आती है और कछुए की तरह*
*जाती है;*
*जबकि पैसा कछुए की तरह*
*आता है और.खरगोश की*
*तरह जाता है ।*
*8. छोटी छोटी बातो मे*
*आनंद खोजना चाहिए*
*क्योकि बङी बङी तो*
*जीवन मे कुछ ही होती है।*
*9. ईश्वर से कुछ मांगने पर*
*न मिले तो उससे नाराज*
*ना होना क्योकि ईश्वर*
*वह नही देता जो आपको*
*अच्छा लगता है बल्कि*
*वह देता है जो आपके लिए*
*अच्छा होता है*
*10. लगातार हो रही*
*असफलताओ से निराश*
*नही होना चाहिए क्योक़ि*
*कभी-कभी गुच्छे की आखिरी*
*चाबी भी ताला खोल देती है।*
*11. ये सोच है हम इसांनो की*
*कि एक अकेला*
*क्या कर सकता है*
*पर देख जरा उस सूरज को*
*वो अकेला ही तो चमकता है।*
*12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो*
*उन्हे तोङना मत क्योकि*
*पानी चाहे कितना भी गंदा हो*
*अगर प्यास नही बुझा सकता*
*वो आग तो बुझा सकता है।*
*13. अब वफा की उम्मीद भी*
*किस से करे भला*
*मिटटी के बने लोग*
*कागजो मे बिक जाते है।*
*14. इंसान की तरह बोलना*
*न आये तो जानवर की तरह*
*मौन रहना अच्छा है।*
*15. जब हम बोलना*
*नही जानते थे तो*
*हमारे बोले बिना'माँ*'
*हमारी बातो को समझ जाती थी।*
*और आज हम हर बात पर*
*कहते है छोङो भी 'माँ'*
*आप नही समझोंगी।*
*16. शुक्र गुजार हूँ*
*उन तमाम लोगो का*
*जिन्होने बुरे वक्त मे*
*मेरा साथ छोङ दिया*
*क्योकि उन्हे भरोसा था*
*कि मै मुसीबतो से*
*अकेले ही निपट सकता हूँ।*
*17. शर्म की अमीरी से*
*इज्जत की गरीबी अच्छी है।*
*18. जिदंगी मे उतार चङाव*
*का आना बहुत जरुरी है*
*क्योकि ECG मे सीधी लाईन*
*का मतलब मौत ही होता है।*
*19. रिश्ते आजकल रोटी*
*की तरह हो गए है*
*जरा सी आंच तेज क्या हुई*
*जल भुनकर खाक हो जाते।*
*20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की*
*तलाश मत करो*
*खुद अच्छे बन जाओ*
*आपसे मिलकर शायद*
*किसी की तालाश पूरी हो।*