सालों गुजर गए रोकर नहीं देखा....
आँखों में नींद थी सोकर नहीं देखा,
वो क्या जाने दर्द बिछडने का...
जिसने कभी किसी अपने को खोकर नहीं देखा......
सालों गुजर गए रोकर नहीं देखा....
आँखों में नींद थी सोकर नहीं देखा,
वो क्या जाने दर्द बिछडने का...
जिसने कभी किसी अपने को खोकर नहीं देखा......