चंपू ने अपनी प्रेमिका से पूछा- डार्लिंग, मैं तुम्हारे पापा से हमारी शादी की बात किस समय करूं?
प्रेमिका- जब भी मेरे पिताजी नंगे पैर हो...।
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प्रेमी (प्रेमिका से)- मुझे आज तक समझ में नहीं आया कि लड़कियां इतना फैशन करती क्यों हैं?
प्रेमिका ने इतराते हुए जवाब दिया- अरे बुद्धू, इतना भी नहीं जानते?
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....जाल जितना ज्यादा खूबसूरत होता है, पंछी उतने ज्यादा फंसते हैं ना।
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प्रेमी (प्रेमिका से)- क्या तुम जानती हो कि.... संगीत में इतनी शक्ति होती है कि पानी गरम हो सकता है।
प्रेमिका - हां जरूर, क्यों नहीं। जब तुम्हारा गाना सुन कर मेरा खून खौल सकता है, तो पानी क्यों नहीं?
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प्रेमी चंपू और प्रेमिका प्रीतो चांदनी रात में बातें कर रहे थे।
प्रीतो चांद की खूबसूरती को देखकर बोली -
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मैं अगले जनम में चांद बनना चाहती हूं।
चंपू बोला- मैं इस चांद पर उतरने वाला पहला अंतरिक्ष यात्री बनूंगा।
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प्रेमिका शादी में फेरे के दौरान प्रेमी से बोली- सुनो जी! आज से तुम्हारे बिना मैं नहीं और मेरे बिना तुम नहीं।
शादी के पांच साल गुजरने के बाद वही प्रेमिका बोली- धोखेबाज ठहर जा! आज या तो तुम नहीं या मैं नहीं।
