संता के हाथ पैर पे पट्टी बंधी हुई थी,
बंता- क्या हुआ भाई?
संता- मैंने बदमासी का काम शुरू कर दिया था,
बंता- तो?
संता- मैंने एक आदमी से कहा जो कुछ है,
बाहर निकाल दे,
उसने देसी कट्टा निकालकर मेरी कनपटी पे रख दिया 🙂 🙂
संता के हाथ पैर पे पट्टी बंधी हुई थी,
बंता- क्या हुआ भाई?
संता- मैंने बदमासी का काम शुरू कर दिया था,
बंता- तो?
संता- मैंने एक आदमी से कहा जो कुछ है,
बाहर निकाल दे,
उसने देसी कट्टा निकालकर मेरी कनपटी पे रख दिया 🙂 🙂
