संता ने रसगुल्ले की दुकान खोली
उसका बेटा पप्पू दुकान पे बैठा था
बंता – बेटा पप्पू, तेरे पापा की तो रसगुल्ले की दुकान है
पप्पू – पर मैं नहीं खाता
बंता – क्यों तेरा खाने का मन नहीं करता क्या
पप्पू – मन करता है लेकिन बापू गिन के रखता है
तो मैं रसगुल्ला चूस के वापस रख देता है 🙂 🙂
