संता: यार, मेरी पत्नी हमेशा साड़ियों की ही फरमाइश करती रहती है। कल ही एक साड़ी लाने को कह रही थी। आज सुबह फिर एक साड़ी मांग रही थी बंता: अजीब बात है। इतनी साड़ियों का क्या करती है? संता: पता नहीं। मैंने कभी साड़ी लाकर तो दी नहीं।
संता: यार, मेरी पत्नी हमेशा साड़ियों की ही फरमाइश करती रहती है। कल ही एक साड़ी लाने को कह रही थी। आज सुबह फिर एक साड़ी मांग रही थी बंता: अजीब बात है। इतनी साड़ियों का क्या करती है? संता: पता नहीं। मैंने कभी साड़ी लाकर तो दी नहीं।