खुशियां कम और अरमान बहुत हैं
जिसे भी देखो परेशान बहुत है
मुश्किल से मिलता है शहर में आदमी
यूँ तो कहने को इंसान बहुत हैं.....
खुशियां कम और अरमान बहुत हैं
जिसे भी देखो परेशान बहुत है
मुश्किल से मिलता है शहर में आदमी
यूँ तो कहने को इंसान बहुत हैं.....
