shaan 12:00:00 AM 26 Jul, 2017

एक बार एक बूढी महिला अपने घर के आँगन मैं बैठी स्वेटर बुन रही थी

कि तभी अचानक एक आदमी उसकी आँख बचाते हुए
उसकी कुर्सी के नीचे बम रख कर भाग गया।

आदमी को इतनी जल्दी में भागते हुए देख,
कुछ लोगों को शक हुआ तो उन्होंने आँगन

में झाँक कर देखा तो
उनकी नज़र बुढिया की कुर्सी के नीचे रखे बम पर पड़ी।

यह देख कर उन लोगों ने बुढिया को आगाह करने के लिए
घर के बाहर से ही चिल्लाना शुरू कर दिया "बुढिया बम है, बुढिया बम है।"

यह शोर-गुल सुन कर बुढिया एक पल के लिए
चौंकी और फिर शर्माते हुए बोली, "
अरे अब वो बात कहाँ, बम तो मैं जवानी में होती थी।"

Related to this Post: