स्त्री को प्रसन्न रख पाना एक मिथक है।
जब तक सीता मैया प्रभु राम के पास थीं,
उन्हें सोने का हिरण चाहिए थाऔर
जब सोने की लंका चरणों में थी तो प्रभु राम चाहिए थे।
जो काम प्रभु ना कर सके वो तू करना चाहता है नादान।
स्त्री को प्रसन्न रख पाना एक मिथक है।
जब तक सीता मैया प्रभु राम के पास थीं,
उन्हें सोने का हिरण चाहिए थाऔर
जब सोने की लंका चरणों में थी तो प्रभु राम चाहिए थे।
जो काम प्रभु ना कर सके वो तू करना चाहता है नादान।
