खिलते फूल जैसे
_लबों पर हंसी हो…_
_ना कोई गम हो_
ना कोई बेबसी हो…
सलामत रहे ज़िंदगी का यह सफ़र…
जहाँ आप रहो वहाँ बस ख़ुशी-ही-ख़ुशी हो।
खिलते फूल जैसे
_लबों पर हंसी हो…_
_ना कोई गम हो_
ना कोई बेबसी हो…
सलामत रहे ज़िंदगी का यह सफ़र…
जहाँ आप रहो वहाँ बस ख़ुशी-ही-ख़ुशी हो।