TIPU Bareilly@99 12:00:00 AM 29 Apr, 2017

हम उस दौर ए जहालत
में जी रहे हैं
" जहाँ "
अमल करने से ज़्यादा
" फारवर्ड करने "
में सवाब समझा जाता है ।

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