Aman 12:00:00 AM 30 May, 2017

कभी ना कहो की
दिन अपने ख़राब है
समझ लो की हम
काँटों से घिर गए गुलाब है

"रखो हौंसला वो मंज़र भी आयेगा;
प्यासे के पास चलकर समंदर भी
आयेगा..!
थक कर ना बैठो, ऐ मंजिल के मुसाफ़िर;
मंजिल भी मिलेगी और
जीने का मजा भी आयेगा...!!"

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