GYANI Kanpuriya 14:07:14, 24 October, 2025

मंज़िलें भी ज़िद्दी हैं,
रास्ते भी ज़िद्दी हैं;

देखते हैं कल क्या हो,
हौसले भी ज़िद्दी हैं

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