नेल्सन मंडेला और सुरक्षा गार्ड:
राष्ट्रपति बनने के बाद मंडेला एक रेस्तरां में गए। उन्होंने अपने बगल की मेज पर बैठे एक व्यक्ति को पहचाना, जो जेल में उनका सुरक्षा गार्ड था। मंडेला ने उसे अपने पास बुलाया और उसकी खैरियत पूछी। उन्होंने उसे अपने साथ खाना खाने के लिए आमंत्रित किया, यह दिखाते हुए कि बदले की भावना से ऊपर उठकर दयालुता ही सबसे बड़ी शक्ति है।
प्रेरणा: क्षमा और दयालुता न केवल दूसरों को, बल्कि हमें भी मुक्त करती है।
