अनाम किसान और बरगद का पेड़:
एक किसान अपने खेत की मेड़ पर बरगद का एक छोटा पौधा लगा गया, जबकि उसके पड़ोसी ने मज़ाक उड़ाया कि इसे बड़ा होने में दशकों लगेंगे। किसान ने मुस्कुराकर कहा -
"तो क्या हुआ? मैं इसका फल नहीं खाऊंगा,
मेरी आने वाली पीढ़ियाँ ठंडी छाँव में बैठेंगी।"
प्रेरणा: केवल अपने लिए नहीं, बल्कि समाज और भविष्य की पीढ़ियों के लिए काम करना।
