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ADMIN
05:29:52 PM 11 May, 2016
किसी ने क्या खूब कहा है..........✍
"उसके दुश्मन बहुत हैं,
आदमी जरूर अच्छा होगा ...!!!
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#22 ADMIN
06:27:34 AM 11 Feb, 2016
जरा कभी हँस भी लिया करो भाई......☺☺☺☺☺☺☺
मान लो कि,
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO यह घोषणा करे,
कि उन्होंने मंगल ग्रह पर पानी खोज निकाला है…
अब इस घटना पर हमारे देश की राजनीति में कैसी प्रतिक्रियाएं होंगी , जरा देखिये…
*–नरेन्द्र मोदी :*
मितरों … 60 साल हो गए देश आज़ाद हुए, आज तक पानी मिला क्या ?
जनता – नहीं मिला …
तो अब मंगल ग्रह पर पानी मिलने के बाद मैं आप सबसे पूछना चाहता हूँ कि …
आपको बुध पर पानी चाहिए कि नही चाहिए ?…
जनता – चाहिए …
आपको शुक्र पर पानी चाहिए कि नहीं चाहिए ?…
जनता – चाहिए…
आपको शनि पर पानी चाहिए कि नहीं चाहिए ?…
जनता – चाहिए …
तो आपसे मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि ,
इस यूपी चुनाव में मुझे अपना आशीर्वाद दीजिये और भाजपा की सरकार बनवाइए ….
*राहुल गांधी :*
पानी … पानी क्या होता है ? ….
आज मैं आपको बताता हूँ कि पानी क्या होता है ? ….
पानी, दरअसल पानी होता है …
ये जो मंगल ग्रह का पानी है,
वो किसानों और मजदूरों का पानी है…
गरीबों का पानी है…
और ये सूटबूट की सरकार …. ये मोदी सरकार …
उस पानी को उद्योगपतियों को देना चाहती है….
ऐसा मेरी मम्मी कह रही थी…
उनसे पूछकर मैं आपको ये बताने आया हूँ कि,
हम ऐसा होने नहीं देंगे ….
*अरविन्द केजरीवाल :*
मंगल पर पानी ढूँढने के लिए मैं वैज्ञानिकों को बधाई देता हूँ… लेकिन मोदी जी और ये केंद्र की सरकार,
नजीब जंग के साथ मिलकर ,
पानी का कंट्रोल अपने हाथों में रखना चाहती है…
दिल्ली की चुनी हुई सरकार को पानी से दूर रखना चाहती है …
*ओवैसी :*
कोई ये न समझे कि मंगल के पानी पर सिर्फ किसी एक कौम का हक है ….
ध्यान रहे कि उस पानी पर मुसलमानों का भी बराबर का हक है…
अगर सेना एक घंटा दखल न दे,
तो सारे पानी पर हमारा ही कब्जा होगा…
*लालू यादव :*
ई मंगल पे पानी, मंगल पे पानी, मंगल पे पानी का करता है रे ?
धुत …! अरे ऊ तो बिहार का पानी है जो हमरे गया से जाता है ….
गया में जा के पुरखों को पानी देते हो कि नहीं ?
बोलिए ? उहै पानी तो पहुँचता है मंगल पे …
बुडबक!😜😜😜😜
#80 ADMIN
03:16:13 PM 11 Mar, 2016
*एक बार संख्या 9 ने 8 को थप्पड़ मारा*
*8 रोने लगा...*
*पूछा मुझे क्यों मारा..?*
*9 बोला...*
*मैं बड़ा हु इसीलए मारा..*
*सुनते ही 8 ने 7 को मारा*
*और 9 वाली बात दोहरा दी*
*7 ने 6 को..*
*6 ने 5 को..*
*5 ने 4 को..*
*4 ने 3 को..*
*3 ने 2 को..*
*2 ने 1 को..*
*अब 1 किसको मारे*
*1 के निचे तो 0 था !*
*1 ने उसे मारा नही*ं
*बल्कि प्यार से उठाया*
*और उसे अपनी बगल में*
*बैठा लिया*
*जैसे ही बैठाया...*
*उसकी ताक़त 10 हो गयी..!*
*और 9 की हालत खराब हो गई.*
*जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,*
*कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,*
*दूर हो या पास...क्या फर्क पड़ता हैं,*
*"अनमोल रिश्तों"*
*का तो बस "एहसास" ही काफी ह*ैं !
*बहुत ही खूबसूरत लाईनें..*
*किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये*,
*कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नही* *लाता..*!
*डरिये वक़्त की मार से,*
*बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..*!
*अकल कितनी भी तेज ह़ो,*
*नसीब के बिना नही जीत सकती..*
*बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,*
*कभी बादशाह नही बन सका...!!"*
*"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो,*
*ना ही तुम अपने कंधे पर सर*
*रखकर रो सकते हो* !
*एक दूसरे के लिये जीने का नाम* *ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो*
*तुम्हे चाहते हों दिल से!*
*रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते* *क्योकिकुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर*
*जीवन अमीर जरूर बना देते है* "
*आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू* -
*सड़क वही रहेगी* |
*आप टाइटन पहने या रोलेक्स* -
*समय वही रहेगा* |
*आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग* -
*आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंग*े |
*आप इकॉनामी क्लास में सफर करे*ं
*या बिज़नस में* -
*आपका समय तो उतना ही लगेगा* |
*भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं* |
*एक सत्य ये भी है कि*
*धनवानो का आधा धन*
*तो ये जताने में चला जाता है*
*की वे भी धनवान है*
*कमाई छोटी या बड़ी हो*
*सकती है*....
*पर रोटी की साईज़ लगभग*
*सब घर में एक जैसी ही होती है।*
: *शानदार बात*
*बदला लेने में क्या मजा है*
*मजा तो तब है जब तुम*
*सामने वाले को बदल डालो..*||
*इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,*
*और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...*
#93 ADMIN
10:40:26 PM 11 Mar, 2016
रोज *तारीख* बदलती. है,
रोज. *दिन*. बदलते. हैं....
रोज. अपनी. *उमर*. भी बदलती. है.....
रोज. *समय*. भी बदलता. है...
हमारे *नजरिये* भी *वक्त* के साथ. बदलते. हैं.....
बस एक. ही. *चीज*. है. जो नहीं. बदलती...
और वो हैं *"हम खुद"....*
और बस इसी वजह से हमें लगता है. कि. अब *"जमाना"* बदल गया. है........
किसी शायर ने खूब कहा है,,
*रहने दे आसमा. ज़मीन कि तलाश. ना कर,,*
*सब कुछ। यही। है, कही और तलाश ना कर.,*
*हर आरज़ू पूरी हो, तो जीने का क्या मज़ा,,,*
*जीने के लिए बस। एक खूबसूरत वजह। कि तलाश कर,,,*
*ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे,,*
*अपने अपने हिस्से की "दोस्ती* *निभाएंगे,,*
*बहुत अच्छा लगेगा ज़िन्दगी का ये सफ़र,,,*
*आप वहा से याद करना, हम यहाँ से मुस्कुराएंगे,,,*
*क्या भरोसा है. जिंदगी का ,*
*इंसान. बुलबुला. है पानी का ,*
*जी रहे है कपडे बदल बदल कर ,,*
*एक दिन एक " कपडे " में ले जायेंगे " कंधे " बदल बदल कर*.....
*परिवर्तन जरूरी हैं....*
#101 ADMIN
02:54:12 AM 11 Apr, 2016
पवित्र_ह्रदय_और_सच्ची_भावना
यह एक सत्य कहानी है धैर्य से पढ़ें डा. मार्क एक प्रसिद्ध कैंसर स्पैश्लिस्ट हैं, एक बार किसी सम्मेलन में भाग लेने लिए किसी दूर के शहर जा रहे थे। वहां उनको उनकी नई मैडिकल रिसर्च के महान कार्य के लिए पुरुस्कृत किया जाना था। वे बड़े उत्साहित थे व जल्दी से जल्दी वहां पहुंचना चाहते थे। उन्होंने इस शोध के लिए बहुत मेहनत की थी। बड़ा उतावलापन था, उनका उस पुरुस्कार को पाने के लिए।
उड़ने के लगभग दो घण्टे बाद उनके जहाज़ में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण उनके हवाई जहाज को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। डा. मार्क को लगा कि वे अपने सम्मेलन में सही समय पर नहीं पहुंच पाएंगे, इसलिए उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों से रास्ता पता किया और एक टैक्सी कर ली, सम्मेलन वाले शहर जाने के लिए। उनको पता था की अगली प्लाईट 10 घण्टे बाद है। टैक्सी तो मिली लेकिन ड्राइवर के बिना इसलिए उन्होंने खुद ही टैक्सी चलाने का निर्णय लिया।
जैसे ही उन्होंने यात्रा शुरु की कुछ देर बाद बहुत तेज, आंधी-तूफान शुरु हो गया। रास्ता लगभग दिखना बंद सा हो गया। इस आपा-धापी में वे गलत रास्ते की ओर मुड़ गए। लगभग दो घंटे भटकने के बाद उनको समझ आ गया कि वे रास्ता भटक गए हैं। थक तो वे गए ही थे, भूख भी उन्हें बहुत ज़ोर से लग गई थी। उस सुनसान सड़क पर भोजन की तलाश में वे गाड़ी इधर-उधर चलाने लगे। कुछ दूरी पर उनको एक झोंपड़ी दिखी।
झोंपड़ी के बिल्कुल नजदीक उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी। परेशान से होकर गाड़ी से उतरे और उस छोटे से घर का दरवाज़ा खटखटाया। एक स्त्री ने दरवाज़ा खोला। डा. मार्क ने उन्हें अपनी स्थिति बताई और एक फोन करने की इजाजत मांगी। उस स्त्री ने बताया कि उसके यहां फोन नहीं है। फिर भी उसने उनसे कहा कि आप अंदर आइए और चाय पीजिए। मौसम थोड़ा ठीक हो जाने पर, आगे चले जाना।
भूखे, भीगे और थके हुए डाक्टर ने तुरंत हामी भर दी। उस औरत ने उन्हें बिठाया, बड़े सम्मान के साथ चाय दी व कुछ खाने को दिया। साथ ही उसने कहा, "आइए, खाने से पहले भगवान से प्रार्थना करें और उनका धन्यवाद कर दें।"
डाक्टर उस स्त्री की बात सुन कर मुस्कुरा दिेए और बोले,"मैं इन बातों पर विश्वास नहीं करता। मैं मेहनत पर विश्वास करता हूं। आप अपनी प्रार्थना कर लें।"
टेबल से चाय की चुस्कियां लेते हुए डाक्टर उस स्त्री को देखने लगे जो अपने छोटे से बच्चे के साथ प्रार्थना कर रही थी। उसने कई प्रकार की प्रार्थनाएं की। डाक्टर मार्क को लगा कि हो न हो, इस स्त्री को कुछ समस्या है। जैसे ही वह औरत अपने पूजा के स्थान से उठी, तो डाक्टर ने पूछा,"आपको भगवान से क्या चाहिेए? क्या आपको लगता है कि भगवान आपकी प्रार्थनाएं सुनेंगे?"
उस औरत ने धीमे से उदासी भरी मुस्कुराहट बिखेरते हुए कहा,"ये मेरा लड़का है और इसको एक रोग है जिसका इलाज डाक्टर मार्क नामक व्यक्ति के पास है परंतु मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं कि मैं उन तक, उनके शहर जा सकूं क्योंकि वे दूर किसी शहर में रहते हैं। यह सच है की कि भगवान ने अभी तक मेरी किसी प्रार्थना का जवाब नहीं दिया किंतु मुझे विश्वास है कि भगवान एक न एक दिन कोई रास्ता बना ही देंगे। वे मेरा विश्वास टूटने नहीं देंगे। वे अवश्य ही मेरे बच्चे का इलाज डा. मार्क से करवा कर इसे स्वस्थ कर देंगे।"
डाक्टर मार्क तो सन्न रह गए। वे कुछ पल बोल ही नहीं पाए। आंखों में आंसू लिए धीरे से बोले,"भगवान बहुत महान हैं।"
(उन्हें सारा घटनाक्रम याद आने लगा। कैसे उन्हें सम्मेलन में जाना था। कैसे उनके जहाज को इस अंजान शहर में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। कैसे टैक्सी के लिए ड्राइवर नहीं मिला और वे तूफान की वजह से रास्ता भटक गए और यहां आ गए।)
वे समझ गए कि यह सब इसलिए नहीं हुआ कि भगवान को केवल इस औरत की प्रार्थना का उत्तर देना था बल्कि भगवान उन्हें भी एक मौका देना चाहते थे कि वे भौतिक जीवन में धन कमाने, प्रतिष्ठा कमाने, इत्यादि से ऊपर उठें और असहाय लोगों की सहायता करें। वे समझ गए की भगवान चाहते हैं कि मैं उन लोगों का इलाज करूं जिनके पास धन तो नहीं है किंतु जिन्हें भगवान पर विश्वास है।
🙏🏻🌹शुभप्रभात 🌹🙏🏻
#142 ADMIN
07:35:25 AM 11 Apr, 2016
*एक बार संख्या 9 ने 8 को थप्पड़ मारा*
*8 रोने लगा...*
*पूछा मुझे क्यों मारा..?*
*9 बोला...*
*मैं बड़ा हु इसीलए मारा..*
*सुनते ही 8 ने 7 को मारा*
*और 9 वाली बात दोहरा दी*
*7 ने 6 को..*
*6 ने 5 को..*
*5 ने 4 को..*
*4 ने 3 को..*
*3 ने 2 को..*
*2 ने 1 को..*
*अब 1 किसको मारे*
*1 के निचे तो 0 था !*
*1 ने उसे मारा नही*ं
*बल्कि प्यार से उठाया*
*और उसे अपनी बगल में*
*बैठा लिया*
*जैसे ही बैठाया...*
*उसकी ताक़त 10 हो गयी..!*
*और 9 की हालत खराब हो गई.*
*जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,*
*कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,*
*दूर हो या पास...क्या फर्क पड़ता हैं,*
*"अनमोल रिश्तों"*
*का तो बस "एहसास" ही काफी ह*ैं !
*बहुत ही खूबसूरत लाईनें..*
*किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये*,
*कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नही* *लाता..*!
*डरिये वक़्त की मार से,*
*बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..*!
*अकल कितनी भी तेज ह़ो,*
*नसीब के बिना नही जीत सकती..*
*बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,*
*कभी बादशाह नही बन सका...!!"*
*"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो,*
*ना ही तुम अपने कंधे पर सर*
*रखकर रो सकते हो* !
*एक दूसरे के लिये जीने का नाम* *ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो*
*तुम्हे चाहते हों दिल से!*
*रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते* *क्योकिकुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर*
*जीवन अमीर जरूर बना देते है* "
*आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू* -
*सड़क वही रहेगी* |
*आप टाइटन पहने या रोलेक्स* -
*समय वही रहेगा* |
*आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग* -
*आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंग*े |
*आप इकॉनामी क्लास में सफर करे*ं
*या बिज़नस में* -
*आपका समय तो उतना ही लगेगा* |
*भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं* |
*एक सत्य ये भी है कि*
*धनवानो का आधा धन*
*तो ये जताने में चला जाता है*
*की वे भी धनवान है*
*कमाई छोटी या बड़ी हो*
*सकती है*....
*पर रोटी की साईज़ लगभग*
*सब घर में एक जैसी ही होती है।*
: *शानदार बात*
*बदला लेने में क्या मजा है*
*मजा तो तब है जब तुम*
*सामने वाले को बदल डालो..*||
*इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,*
*और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...*
#182 ADMIN
07:00:01 PM 11 Apr, 2016
क्या खूब लिखा है किसी ने,
*गाँव को गाँव* ही रहने दो साहब ।
*क्यों* शहर बनाने में तुले हुवे हो...
*गांव* में रहोगे तो
*माता-पिता* के नाम से जाने जाओगे ,
*और*
*शहर* में रहोगे तो .....
*मकान नंबर* से पहचाने जाओगे ।।
#187 ADMIN
07:13:15 PM 11 Apr, 2016
🏆Most Awarded Joke of 2016🏆
सरदार बरफ का टुकडा हाथ में लेकर गौर से देख रहा था ,
किसीने पुछा क्या कर रहे हो ?
सरदार : देख रहा हूँ साला लीक कहाँ से हो रहा है
#193 ADMIN
07:17:10 PM 11 Apr, 2016
*ये sms अपने जीवन के* *अच्छे दोस्तों को भेजो, मुझे* *भी करना अगर मैं हूँ* *तो ? अगर 6 sms आपको* *वापिस आये तो*
*U r so lucky*...........
✍🏼 एक बार राधा जी ने कृष्णा से पूछा :
गुस्सा क्या है..?
✍🏼 बहुत खुबसूरत जवाब मिला :
किसी की गलती की सजा
खुद को देना..!
✍🏼 एक बार राधा ने कृष्णा से पूछा :
दोस्त और प्यार में क्या
फर्क होता है..?
✍🏼 कृष्णा हंस कर बोले :
प्यार सोना है..
और दोस्त हीरा..
सोना टूट कर दुबारा बन सकता है..
मगर हीरा नहीं..!
✍🏼 एक बार राधा जी ने कृष्णा से पूछा :
मैं कहाँ कहाँ हूँ..?
✍🏼 कृष्णा ने कहा :
तुम मेरे दिल में..
साँस में..
जिगर में..
धड़कन में..
तन में..
मन में..
हर जगह हो..!
✍🏼 फिर राधा जी ने पूछा :
मैं कहाँ नहीं हूँ..?
✍🏼 तो कृष्णा ने कहा :
मेरी किस्मत में..!
✍🏼 राधा ने श्री कृष्णा से पूछा :
प्यार का असली मतलब क्या
होता है..?
✍🏼 श्री कृष्णा ने हंस कर कहा :
जहाँ मतलब होता है..
वहां प्यार ही कहाँ होता है..!
✍🏼 एक बार राधा ने कृष्णा से पूछा :
आपने मुझे प्रेम किया..
लेकिन शादी रुकमणी से की..
ऐसा क्यों..?
✍🏼 कृष्णा ने हँसते हुए कहा : राधे !
शादी में दो लोग चाहिए....
और हम तो एक हैं....।
😀😀😀😀😀😀😃😃😃
✍🏼 ये special smile है,
इसे आप उन लोगों को
send kro जिन्हें आप
कभी उदास नहीं देखना चाहते ।
मैंने तो कर दिया ।
अब आपकी मर्जी....🙏🏻
#273 ADMIN
05:24:01 PM 11 May, 2016
रजाई के लिये सर्दी के मौसम मे एक स्टूडैन्ट हॉस्टल से अपने पापा को खत लिखता है ।
लेकिन उसके कुछ शरारती दोस्त रजाई की जगह लुगाई लिख देते है ।
3 इडियट फ़िल्म की तरह।
और
जब पापा खत पडते है तो.......
आदरणीय पापाजी !
चरण स्पर्श,
मैं यहां ठीक हूँ और आशा करता हू कि आप लोग सब अच्छे से होगे।
आगे समाचार यह है कि मेरी लुगाई 🙎पुरानी और बेकार हो गई है ।
और यहॉ सर्दी अधिक पड रही है ।
अभी दोस्तो की लुगाइयों से काम चल रहा था लेकिन सर्दी अधिक पडने से वे भी अपनी लुगाई देने मे आना कानी करते है ।
मेरे लिये एक लुगाई का इंतजाम कर दो ।
नई ना ला सको तो बडे भैया की लुगाई भेज दो ।
बडे भैया की ना मिले तो मझले भैया की लुगाई भेज दो ।
सर्दी मे बुरा हाल है ।
दो भाईयों मे से किसी एक की लुगाई जरूर भेज दो।
दोनों मे से किसी की भी न भेज सको तो पैसे भेज दो मैं यहॉ किराये कि लुगाई ले लूंगा ।
आपका पुत्र
के.पी.
उसका बाप और भाई➖घर से डंडे लेकर निकले हैं।
सोच सकते हैं क्या हाल होने वाला है उसका।
क्यों की हर 1 boyfriend कमीना होता है।
मिस यू my love
😘