arman 12:00:00 AM 07 Jun, 2017

भीगी आँखों से मुस्कराने में मज़ा और है,
हसते हँसते पलके भीगने में मज़ा और है,

बात कहके तो कोई भी समझलेता है,
पर खामोशी कोई समझे तो मज़ा और है.

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