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Afsar
12:00:00 AM 13 Jun, 2017
वो जो बन के दुश्मन मुझे जीतने को निकले थे,
कर लेते अगर मोहब्बत मैं खुद ही हार जाता।
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#22 ADMIN
06:27:34 AM 11 Feb, 2016
जरा कभी हँस भी लिया करो भाई......☺☺☺☺☺☺☺
मान लो कि,
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO यह घोषणा करे,
कि उन्होंने मंगल ग्रह पर पानी खोज निकाला है…
अब इस घटना पर हमारे देश की राजनीति में कैसी प्रतिक्रियाएं होंगी , जरा देखिये…
*–नरेन्द्र मोदी :*
मितरों … 60 साल हो गए देश आज़ाद हुए, आज तक पानी मिला क्या ?
जनता – नहीं मिला …
तो अब मंगल ग्रह पर पानी मिलने के बाद मैं आप सबसे पूछना चाहता हूँ कि …
आपको बुध पर पानी चाहिए कि नही चाहिए ?…
जनता – चाहिए …
आपको शुक्र पर पानी चाहिए कि नहीं चाहिए ?…
जनता – चाहिए…
आपको शनि पर पानी चाहिए कि नहीं चाहिए ?…
जनता – चाहिए …
तो आपसे मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि ,
इस यूपी चुनाव में मुझे अपना आशीर्वाद दीजिये और भाजपा की सरकार बनवाइए ….
*राहुल गांधी :*
पानी … पानी क्या होता है ? ….
आज मैं आपको बताता हूँ कि पानी क्या होता है ? ….
पानी, दरअसल पानी होता है …
ये जो मंगल ग्रह का पानी है,
वो किसानों और मजदूरों का पानी है…
गरीबों का पानी है…
और ये सूटबूट की सरकार …. ये मोदी सरकार …
उस पानी को उद्योगपतियों को देना चाहती है….
ऐसा मेरी मम्मी कह रही थी…
उनसे पूछकर मैं आपको ये बताने आया हूँ कि,
हम ऐसा होने नहीं देंगे ….
*अरविन्द केजरीवाल :*
मंगल पर पानी ढूँढने के लिए मैं वैज्ञानिकों को बधाई देता हूँ… लेकिन मोदी जी और ये केंद्र की सरकार,
नजीब जंग के साथ मिलकर ,
पानी का कंट्रोल अपने हाथों में रखना चाहती है…
दिल्ली की चुनी हुई सरकार को पानी से दूर रखना चाहती है …
*ओवैसी :*
कोई ये न समझे कि मंगल के पानी पर सिर्फ किसी एक कौम का हक है ….
ध्यान रहे कि उस पानी पर मुसलमानों का भी बराबर का हक है…
अगर सेना एक घंटा दखल न दे,
तो सारे पानी पर हमारा ही कब्जा होगा…
*लालू यादव :*
ई मंगल पे पानी, मंगल पे पानी, मंगल पे पानी का करता है रे ?
धुत …! अरे ऊ तो बिहार का पानी है जो हमरे गया से जाता है ….
गया में जा के पुरखों को पानी देते हो कि नहीं ?
बोलिए ? उहै पानी तो पहुँचता है मंगल पे …
बुडबक!😜😜😜😜
#147 ADMIN
07:51:04 AM 11 Apr, 2016
👗 कपड़े हो गए छोटे
🙈 लाज कहाँ से आए
🍞रोटी हो गई ब्रैड
💪 ताकत कहाँ से आए
🌺 फूल हो गए प्लास्टिक के
♨ खुशबू कहाँ से आए
👸चेहरा हो गया मेकअप का
👸🏿 रूप कहाँ से आए
👨 शिक्षक हो गए टयुशन के
📚 विद्या कहाँ से आए
🍱 भोजन हो गए होटल के
✊ तंदरुस्ती कहाँ से आए
📺 प्रोग्राम हो गए केबल के
🙏 संस्कार कहाँ से आए
💵 आदमी हो गए पैसे के
🙉 दया कहाँ से आए
🏭 धंधे हो गए हायफाय
🎄 बरकत कहाँ से आए
🔐 ताले हौ गए पासवर्ड
🎁 सैफटी कहाँ से आए
👳 भक्त हो गए स्वार्थी
👤 भगवान कहाँ से आए
👫 रिश्तेदार हो गये व्हाट्सऐप पे
💃🏃 मिलने कहाँ से आए
😂😂😪😥😰😂😂
: मंदिर के बाहर लिखा हुआ एक खुबसुरत सच......
"अगर उपवास करके भगवान खुश होते,
तो इस दुनिया में बहुत दिनो तक खाली पेट
रहनेवाला भिखारी सबसे सुखी इन्सान होता..
उपवास अन्न का नही विचारों का करे....
इंसान खुद की नजर में सही होना चाहिए, दुनिया तो भगवान से भी दुखी है!
🍌🍎🍏🍊🌞🌿😄
आज का विचार:
चिड़िया 🐥जब जीवित रहती है
तब वो किड़े-मकोड़े🐛 को खाती है।
और चिड़िया🐣 जब मर जाती है तब
किड़े-मकोड़े🐛 उसको खा जाती है।
☝
इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्थिति कभी भी बदल सकते है.
👍इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो
👍कभी किसी को कम मत आंको।
👍तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
👍एक पेड़ से लाखो माचिस की तिलियाँ बनाई जा सकती है।
👍 पर एक माचिस की तिली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।
👍कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।
👉कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।
👉रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।
👉दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।
👉दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया।
😐😐😐😐😐😐😐😐😐
☝मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान'
☝ भगवान ने तेरे और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना कर, मिट्टी में मिला दिए ।
🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆
👉 इंसान दुनिया में तीन चीज़ो के लिए मेहनत करता है
1-मेरा नाम ऊँचा हो .
२ -मेरा लिबास अच्छा हो .
3-मेरा मकान खूबसूरत हो ..
लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़े
सबसे पहले बदल देता है
१- नाम = (स्वर्गीय )
२- लिबास = (कफन )
३-मकान = ( श्मशान )
जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते 👈
👌👌👌👌👌
ये चन्द पंक्तियाँ
जिसने भी लिखी है
खूब लिखी है।
एक पत्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर भी पत्थर ही रहते है ..!!
👍 NICE LINE👌
एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......
और
वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए अपनी माँ को त्याग देता है
********[**********]*****
जीवन में हर जगह
हम "जीत" चाहते हैं...
सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि हमें
"हार" चाहिए।
➖♦➖♦➖♦➖
ये ज़िन्दगी जैसी भी है,
बस एक ही बार मिलती है।
ये SMS जरुर सबको भेजना ..ll
#201 ADMIN
08:30:17 PM 11 Apr, 2016
शादी मे फोटोग्राफर बनने का मजा😜😆
लड़कीया - मेरी लो ना
मेरी अकेली की लो
ये मेरी फ्रेंड है, हम दोनों
की साथ मे लो
ये मेरी छोटी बहन की भी लो
खड़े-खड़े लेना
मेरी आगे से लो
तुमने तो मेरी ली ही नही
पहले मेरी लो फिर उसकी लेना
दुल्हन की बार-बार लेना
अब हमारे मुह बोले भाई की भी लो
भाई कहाँ है?
वो जो मैसेज पढ रहा है
भैयाजी स्माईल
हाहाहाहाहाहा हाहाहाहाहाहा......
हँसो मत ओर अब आगे फारवर्ड करो जल्दी
लैटेस्ट है फैंक दे मार्केट में....
😂😂😂😂😂😂😂😂
#275 ADMIN
05:27:18 PM 11 May, 2016
वो कौन-सी वस्तु है, जो कभी अपवित्र नहीं होती......?
:idea:कभी न अपवित्र होने वाली वस्तु है,
टैन्ट हाउस के गद्दे, जिसे......
👳💂👨👺
हिन्दू,-मुसलमान से ले कर पण्डित, चमार, डोम और भंगी तक इस्तेमाल करते हैं ।
🎂🎎🎅🎈💝🎆
ये गद्दे शादी-ब्याह से लेकर पूजा पण्डाल तक और धार्मिक कथा से ले कर उठावनी तक हर मौके पर बिछते हैं । इनको कोई सुतक भी नहीं लगता ।
🍷😇👶☔👞👟✨
बाराती भी इन गद्दों पर दारू पीने के बाद उल्टी करते हैं । छोटे बच्चों को सुविधानुसार इन पर पेशाब करा दिया जाता है । इतना ही नहीं, इन पर बिछी चादरों से जूते भी चमका लियेे जाते हैं ।
😋🍚🎅👻
हद तो तब होती है, जब हलवाई इन चादरों में पनीर का चक्का लटका देता है । उसी पनीर से क्या मजे का मटर-पनीर बनता है......!!
☝☝☝☝
#312 ADMIN
04:00:33 AM 11 Jun, 2016
बिहार और बाहर के लोग शायद जानना चाहेंगे कि छठ पूजा क्या है और यह बिहार का सबसे बड़ा त्योहार क्यों है ??
दीपावली के ठीक छः दिन बाद कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को "सूर्य षष्ठी का व्रत" करने का विधान है।
छठे दिन होने के कारण इसे आम बोलचाल में छठ पर्व कहा जाने लगा । इस दिन भगवान सूर्य व षष्ठी देवी की पूजा की जाती है।
🌞
कहते हैं दुनिया उगते सूरज को हमेशा पहले नमन करती है, लेकिन बिहार के लोगो के लिए ऐसा नहीं हैं। बिहार के लोक आस्था से जुड़े पर्व “छठ” का पहला अर्घ्य डूबते हुए सूरज को दिया जाता हैं। इस पर्व की खास परंपरा है लोग झुके हुए को पहले सलाम करते हैं, और उठे हुए को बाद में। लोक आस्था का कुछ ऐसा ही महापर्व हैं “छठ”।
इस दौरान व्रतधारी लगातार 36 घंटे का व्रत रखते हैं। इस दौरान वे पानी भी ग्रहण नहीं करते।
🌞
सामूहिकता का हैं प्रतीक: -
सामूहिकता के मामले में बिहारियों का यह पर्व पूरी दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा। एक ऐसी मिशाल जो ना केवल आस्था से भरा हैं, बल्कि भेदभाव मिटाकर एक होने का सन्देश भी दे रहा हैं। एक साथ समूह में जल में खड़े हो भगवान् भाष्कर की अर्चना सभी भेदभाव को मिटा देती हैं। भगवान् आदित्य भी हर सुबह यहीं सन्देश लेकर आते हैं, कि किसी से भेदभाव ना करो, इनकी किरणे महलों पर भी उतनी ही पड़ती हैं जितनी की झोपडी पर। इनके लिए ना ही कोई बड़ा हैं ना ही कोई छोटा, सब एक समान हैं। भगवान् सूर्य सुख और दुःख में एक सामान रहने का सन्देश भी देता हैं। इन्ही भगवान् सूर्य की प्रसन्नता के लिए हम छठ पूजा मनाते हैं।
🌞
मैया हैं छठ फिर क्यों होती हैं सूर्य की पूजा:-
व्याकरण के अनुसार छठ शब्द स्त्रीलिंग हैं इस वजह से इसे भी इसे छठी मैया कहते हैं। वैसे किवदंती अनके हैं कुछ लोग इन्हें भगवान सूर्य की बहन मानते हैं तो कुछ लोग इन्हें भगवान सूर्य की माँ, खैर जो भी आस्था का ये पर्व हमारे रोम रोम में बसा होता हैं। छठ का नाम सुनते ही हमारा रोम-रोम पुलकित हो जाता हैं और हम गाँव की याद में डूब जाते हैं। इसे करने वाली स्त्रियाँ धन-धान्य, पति-पुत्र तथा सुख-समृद्धि से परिपूर्ण रहती हैं।
🌞
दुनिया का सबसे कठिन व्रत:-
चार दिनों यह व्रत दुनिया का सबसे कठिन त्योहारों में से एक हैं। यह व्रत बड़े नियम तथा निष्ठा से किया जाता है। पवित्रता की इतनी मिशाल की व्रती अपने हाथ से ही सारा काम करती हैं। नहाय-खाय से लेकर सुबह के अर्घ्य तक व्रती पूरे निष्ठा का पालन करती हैं। भगवान भास्कर को 36 घंटो का निर्जल व्रत स्त्रियों के लिए जहाँ उनके सुहाग और बेटे की रक्षा करता हैं। वही भगवान् सूर्य धन, धान्य, समृधि आदि पर्दान करता हैं।
🌞
सूर्यषष्ठी-व्रत के अवसर पर सायंकालीन प्रथम अर्घ्य से पूर्व मिट्टी की प्रतिमा बनाकर षष्ठीदेवी का आवाहन एवं पूजन करते हैं। पुनः प्रातः अर्घ्य के पूर्व षष्ठीदेवी का पूजन कर विसर्जन कर देते हैं। मान्यता है कि पंचमी के सायंकाल से ही घर में भगवती षष्ठी का आगमन हो जाता है.
🌞
व्रत का पहला दिन नहाय खाय:-
पहला दिन कार्तिक शुक्ल चतुर्थी ‘नहाय-खाय’ के रूप में मनाया जाता है। सबसे पहले घर की सफाई कर उसे पवित्र बना लिया जाता है। इसके पश्चात छठव्रती स्नान कर पवित्र तरीके से बने शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण कर व्रत की शुरुआत करते हैं। घर के सभी सदस्य व्रती के भोजनोपरांत ही भोजन ग्रहण करते हैं। इस दिन व्रती कद्दू/लौकी/दूधी की सब्जी, चने की दाल, और अरवा चावल का भात खाती हैं।
🌞
व्रत का दूसरा दिन लोहंडा और खरना:-
दूसरे दिन कार्तिक शुक्ल पंचमी को व्रतधारी दिन भर का उपवास रखने के बाद शाम को व्रती गन्ने के रस की खीर बनाकर देवकरी में पांच जगह कोशा (मिट्टी के बर्तन) में खीर रखकर उसी से हवन किया जाता है। इसे ‘खरना’ कहा जाता है।
🌞
खरना का प्रसाद लेने के लिए आस-पास के सभी लोगों को निमंत्रित किया जाता है। प्रसाद के रूप में गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई जाती है। इसमें नमक या चीनी का उपयोग नहीं किया जाता है। इस दौरान पूरे घर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है। इसके बाद 36 घंटे का निर्जला (बिना अन्न-जल) उपवास रखा जाता है।
🌞
व्रत का तीसरा दिन संध्या अर्घ्य:-
तीसरे दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी को दिन में छठ प्रसाद बनाया जाता है। प्रसाद के रूप में ठेकुआ, जिसे कुछ क्षेत्रों में टिकरी या खजूर भी कहते हैं (ठेकुआ पर लकडी के साँचे से सूर्यभगवान् के रथ का चक्र भी अंकित करना आवश्यक माना जाता है), के अलावा चावल के लड्डू, जिसे लड़ुआ भी कहा जाता है, बनाते हैं। इसके अलावा सभी प्रकार के मौसमी फल ईंख, केले, पानीफल सिंघाड़ा, शरीफ़ा, नारियल, मूली, सुथनी, अदरक, गागर नींबू, अखरोट, बादाम, इलायची, लौंग, पान, सुपारी एवं अन्य समान अर्घपात (लाल रंग का), धगगी, लाल/पीले रंग का कपड़ा, एक बड़ा घड़ा जिस पर बारह दीपक लगे हो, गन्ने के बारह पेड़ आदि। आदि छठ प्रसाद के रूप में शामिल होता है।
🌞
शाम को पूरी तैयारी और व्यवस्था कर बाँस की टोकरी में अर्घ्य का सूप सजाया जाता है और व्रती के साथ परिवार तथा पड़ोस के सारे लोग अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने घाट की ओर चल पड़ते हैं। सभी छठव्रती एक नीयत तालाब या नदी किनारे इकट्ठा होकर सामूहिक रूप से अर्घ्य दान संपन्न करते हैं। सूर्य को जल और दूध का अर्घ्य दिया जाता है तथा छठी मैया की प्रसाद भरे सूप से पूजा की जाती है। इस दौरान कुछ घंटे के लिए मेले का दृश्य बन जाता है।
🌞
छठ पूजा में कोशी भरने की मान्यता है अगर कोई अपने किसी अभीष्ट के लिए छठ मां से मनौती करता है तो वह पूरी करने के लिए कोशी भरी जाती है. नदी किनारे गन्ने का एक समूह बना कर छत्र बनाया जाता है उसके नीचे पूजा का सारा सामान रखा जाता है। इस प्रकार भगवान् सूर्य के इस पावन व्रत में शक्ति और ब्रह्म दोनों की उपासना का फल एक साथ प्राप्त होता है । इसीलिये लोक में यह पर्व ‘सूर्यषष्ठी’ के नाम से विख्यात है।
🌞
वर्त का चौथा दिन उषा अर्घ्य:-
चौथे दिन कार्तिक शुक्ल सप्तमी की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। व्रती वहीं पुनः इकट्ठा होते हैं जहाँ उन्होंने शाम को अर्घ्य दिया था। पुनः पिछले शाम की प्रक्रिया की पुनरावृत्ति होती है। अंत में व्रती कच्चे दूध का शरबत पीकर तथा थोड़ा प्रसाद खाकर लोक आस्था का महापर्व छठ का समापन करते हैं।
🌞
1. ऐसा कहा जाता है की छठ देवी सूर्य देव की बहन हैं और उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए जीवन के महत्वपूर्ण अवयवों में सूर्य व जल की महत्ता को मानते हुए, इन्हें साक्षी मान कर भगवान सूर्य की आराधना तथा उनका धन्यवाद करते हुए मां गंगा-यमुना या किसी भी पवित्र नदी या पोखर (तालाब) के किनारे यह पूजा की जाती है।
🌞
2. - ऐसा भी कहा जाता है कि भगवान राम के वनवास से लौटने पर राम और सीता ने कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन उपवास रखकर भगवान सूर्य की आराधना की और सप्तमी के दिन व्रत पूर्ण किया। पवित्र सरयू के तट पर राम-सीता के इस अनुष्ठान से प्रसन्न होकर भगवान सूर्य देव ने उन्हें आशीर्वाद दिया था।
🌞
3. - एक अन्य मान्यता के अनुसार जब पांडव अपना सारा राजपाट जुए में हारकर जंगल-जंगल भटक रहे थे, तब इस दुर्दशा से छुटकारा पाने के लिए द्रौपदी ने सूर्यदेव की आराधना के लिए छठ व्रत किया। इस व्रत को करने के बाद पांडवों को अपना खोया हुआ वैभव पुन: प्राप्त हो गया था।
🌞
4. - ऐसा भी कहा जाता है कि स्वयंभू मनु के पुत्र राजा प्रियव्रत को अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई संतान उत्पन्न नहीं हुई। तदुपरांत महर्षि कश्यप ने पुत्रेष्टि यज्ञ कराकर उनकी पत्नी को चारू (प्रसाद) दिया, जिससे गर्भ तो ठहर गया, किंतु मृत पुत्र उत्पन्न हुआ। प्रियवत उस मृत बालक को लेकर श्मशान गए। पुत्र वियोग में प्रियवत ने भी प्राण त्यागने का प्रयास किया। ठीक उसी समय मणि के समान विमान पर षष्ठी देवी वहां आ पहुंची। मृत बालक को भूमि पर रखकर राजा ने उस देवी को प्रणाम किया और पूछा- हे सुव्रते! आप कौन हैं?
देवी ने आगे कहा:-
तुम मेरा पूजन करो और अन्य लोगों से भी कराओ। इस प्रकार कहकर देवी षष्ठी ने उस बालक को उठा लिया और खेल-खेल में उस बालक को जीवित कर दिया। राजा ने उसी दिन घर जाकर बड़े उत्साह से नियमानुसार षष्ठी देवी की पूजा संपन्न की। चूंकि यह पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को की गई थी, अत: इस विधि को षष्ठी देवी/छठ देवी का व्रत होने लगा.
यह है इस व्रत का वृतांत । क्या आप इसे शेयर कर इसका लाभ अन्य मित्रों को देना चाहेंगे ???
#313 ADMIN
04:03:42 AM 11 Jun, 2016
*वाह रे पैसा! तेरे कितने नाम?*
मंदिर मे दिया जाये तो *( चढ़ावा )*
स्कुल में *( फ़ीस )*
शादी में दो तो *( दहेज )*
तलाक देने पर *( गुजारा भत्ता )*
आप किसी को देते हो तो *( कर्ज )*
अदालत में *( जुर्माना )*
सरकार लेती है तो *( कर )*
सेवानिवृत्त होने पे *( पेंशन )*
अपहर्ताओ के लिएं *( फिरौती )*
होटल में सेवा के लिए *( टिप )*
बैंक से उधार लो तो *( ऋण )*
श्रमिकों के लिए *( वेतन )*
मातहत कर्मियों के लिए *( मजदूरी )*
अवैध रूप से प्राप्त सेवा *( रिश्वत )*
और मुझे दोगे तो *(गिफ्ट)*
*मैं पैसा हूँ:!*
मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते; मगर जीते जी मैं आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हूँ।
*मैं पैसा हूँ:!*
मुझे पसंद करो सिर्फ इस हद तक कि लोग आपको नापसन्द न करने लगें।
*मैं पैसा हूँ:!*
मैं भगवान् नहीं मगर लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते।
*मैं पैसा हूँ:!*
मैं नमक की तरह हूँ; जो जरुरी तो है मगर जरुरतसे ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है।
*मैं पैसा हूँ:!*
इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनके पास मैं बेशुमार था; मगर फिरभी वो मरे और उनके लिए रोने वाला कोई नहीं था।
*मैं पैसा हूँ:!*
मैं कुछ भी नहीं हूँ;
मगर मैं निर्धारित करता हूँ;
कि लोग आपको कितनी इज्जत देते है।
*मैं पैसा हूँ:!*
मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ:!
आपके पास नहीं हूँ तो; आपका नहीं हूँ:!
मगर मैं आपके पास हूँ तो सब आपके हैं।
*मैं पैसा हूँ:!*
मैं नई नई रिश्तेदारियाँ बनाता हूँ; मगर असली औऱ पुरानी बिगाड़ देता हूँ।
*मैं पैसा हूँ:!*
मैं सारे फसाद की जड़ हूँ;
मगर फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल हैं:?।
#314 ADMIN
04:07:30 AM 11 Jun, 2016
सत्य कथा
👌भारत में ‘1st Class’ में पास होने वाले विद्यार्थी टेक्नीकल में प्रवेश लेते है और वो डॉक्टर या इंजिनियर बनते है
👌‘2nd Class’ में पास होने वाले BA में admission लेते है और administrator/IAS IPS बनते है और 1st Class वालों को हैंडल करते है
👌‘3rd Class’ पास होने वाले कही पे भी प्रवेश नहीं लेते है ।
👌और वो पॉलिटिक्स में जाते है और वो 1st और 2nd क्लास वालो को हैंडल करते है।
👌‘Fail’ होने वाले भी कही पे भी प्रवेश नहीं लेते है और वो अंडर वर्ल्ड में जा के तीनो पे कंट्रोल करते है।
😀और जो कभी स्कूल में गए ही नहीं।
🎅🎅
वो बाबा-साधू बनते है और उपर लिखे चारो उनके पैर पडते है।
भयानक सत्य कथा समाप्त
😳😄😄😄😄😄😄
#420 ADMIN
11:36:48 PM 11 Jul, 2016
एक बार एक कुत्ते और गधे के बीच शर्त लगी
कि जो जल्दी से जल्दी दौडते हुए
दो गाँव आगे रखे एक सिंहासन पर बैठेगा...
वही उस सिंहासन का अधिकारी माना जायेगा,
और राज करेगा.
जैसा कि निश्चित हुआ था, दौड शुरू हुई.
कुत्ते को पूरा विश्वास था कि मैं ही जीतूंगा.
क्योंकि ज़ाहिर है इस गधे से तो मैं तेज ही दौडूंगा.
पर अागे किस्मत में क्या लिखा है ...
ये कुत्ते को मालूम ही नही था.
शर्त शुरू हुई .
कुत्ता तेजी से दौडने लगा.
पर थोडा ही आगे गया न गया था कि
अगली गली के कुत्तों ने उसे लपकना ,नोंचना ,भौंकना शुरू किया.
और ऐसा हर गली, हर चौराहे पर होता रहा..
जैसे तैसे कुत्ता हांफते हांफते सिंहासन के पास पहुंचा..
तो देखता क्या है कि गधा पहले ही से सिंहासन पर विराजमान है.
तो क्या...!
गधा उसके पहले ही वहां पंहुच चुका था... ?
और शर्त जीत कर वह राजा बन चुका था.. !
और ये देखकर
निराश हो चुका कुत्ता बोल पडा..
अगर मेरे ही लोगों ने मुझे आज पीछे न खींचा होता तो आज ये गधा इस सिंहासन पर न बैठा होता ...
तात्पर्य ...
*१. अपने लोगों को काॅन्फिडेंस में लो.*
*२. अपनों को आगे बढने का मौका दो, उन्हें मदद करो.*
*३. नही तो कल बाहरी गधे हम पर राज करने लगेंगे.*
*४. पक्का विचार और आत्म परीक्षण करो.*
⭐जो मित्र आगे रहकर होटल के बिल का पेमेंट करतें हैं, वो उनके पास खूब पैसा है इसलिये नही ... ⭐
⭐बल्कि इसलिये.. कि उन्हें मित्र पैसों से अधिक प्रिय हैं ⭐
⭐ऐसा नही है कि जो हर काम में आगे रहतें हैं वे मूर्ख होते हैं, बल्कि उन्हें अपनी जवाबदारी का एहसास हरदम बना रहता है इसलिये ⭐
⭐जो लडाई हो चुकने पर पहले क्षमा मांग लेतें हैं, वो इसलिये नही, कि वे गलत थे... बल्कि उन्हें अपने लोगों की परवाह होती है इसलिये.⭐
⭐जो तुम्हे मदद करने के लिये आगे आतें हैं वो तुम्हारा उनपर कोई कर्ज बाकी है इसलिये नही... बल्कि वे तुम्हें अपना मानतें हैं इसलिये⭐
⭐जो खूब वाट्स एप पोस्ट भेजते रहतें हैं वो इसलिये नही कि वे निरे फुरसती होतें हैं ...
बल्कि उनमें सतत आपके संपर्क में बनें रहने की इच्छा रहती है ... इसलिये ⭐
*( आत्मचिंतन करने योग्य पोस्ट)*
#476 ADMIN
09:51:29 AM 11 Aug, 2016
✨ टैंशन वाला जोक 😰
एक बहुत सुंदर लडकी ने आपसे कार मै लिफ्ट मांगी..
😋😘😍
रास्ते मे उसकी तबियत अचानक खराब हो गयी...
🙇😯
आप उसे हाॅसपिटल ले गये ....
🏥
डाॅक्टर बोला : मुबारक हो आप बाप बनने वाले हैं ...!
लो साला हो गयी टेंशन 😳
आप बोले मैं इसके बच्चे का बाप नहीं हूं...
😥
लडकी बोली यही मेरे इस होनेवाले बच्चे का बाप है...!
और टैंशन...😳😳
डॉक्टर ने पुलिस बुलाई और आपका मैडिकल चैक अप हुआ...!
रिपोर्ट आयी की आप तो कभी बाप बन ही नहीं सकते..!!
साला और टेंशन...😳😳😳
आपने थॅंक गॉड कहा और बाहर आगये...!
फिर याद आया की आपके घर मै दो बच्चे हैं वो किसके हैं ...??
रियल टेंशन 😳😳😳😳
Group कीसी का भी हो !!
पर घमाका हमारा ही होगा !!! हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है,
होश उड़ जाते है लोगो के, जब .. GROUP में कदम रखते हैं
😁😁😁😝😝😆😆😂😂
#484 ADMIN
10:17:04 PM 11 Aug, 2016
टीचर-- एक टोकरी में 10 आम थे 3 सड़ गए तो कितने आम रहे?
.
छात्र-- 10
.
टीचर-- वह कैसे😳😳
.
छात्र-- जो सड़ गए वो भी तो आम ही रहेंगे।
सड़ने से केले थोड़ी बन जायेंगे।
.
छात्र आज वकील है॥ 😀😂😂😂