arman 12:00:00 AM 15 Jul, 2017

आज कुछ ज़िन्दगी में कमी है तेरे बगैर;
ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर;

वक़्त चल रहा है अपनी ही रफ़्तार से;
बस थम गयी है धड़कन एक तेरे बगैर।

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