arman 12:00:00 AM 15 Jul, 2017

फ़क़ीर मिज़ाज़ हूँ
मैं, अपना अंदाज़ औरों से जुदा रखता हूँ;

लोग मंदिर मस्जिदों में जाते हैं,
मैं अपने दिल में ख़ुदा रखता हूँ।

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