मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती ना मिला;
अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी ना मिला;
घरों पे नाम थे, नामों के साथ ओहदे थे;
बहुत तलाश किया कोई आदमी ना मिला;
तमाम रिश्तों को मैं घर पे छोड आया था;
फिर इसके बाद मुझे कोई अजनबी ना मिला;
बहुत अजीब है ये कुरबतों की दूरी भी;
वो मेरे साथ रहा और मुझे कभी ना मिला;
खुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैंने;
बस एक शख्स को मांगा मुझे वही ना मिला।
