arman 12:00:00 AM 15 Jun, 2017

मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला​;​
​अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला​;​

​घरों पे नाम थे, नामों के साथ ओहदे थे;​
बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला​;​
​​
तमाम रिश्तों को मैं घर पे छोड़ आया था​;​​
फ़िर उस के बाद मुझे कोई अजनबी न मिला​;​

​ख़ुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैनें​;​​
बस एक शख्स को माँगा मुझे वही न मिला​;

​बहुत अजीब है ये नजदीकियों की दूरी भी​; ​
​वो मेरे साथ रहा और मुझे कभी न मिला।

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