अगर यूँ ही ये दिल सताता रहेगा;
तो इक दिन मेरा जी ही जाता रहेगा;
मैं जाता हूँ दिल को तेरे पास छोड़े;
मेरी याद तुझको दिलाता रहेगा;
गली से तेरी दिल को ले तो चला हूँ;
मैं पहुँचूँगा जब तक ये आता रहेगा;
क़फ़स में कोई तुम से ऐ हम-सफ़ीरों;
ख़बर कल की हमको सुनाता रहेगा;
ख़फ़ा हो कि ऐ 'दर्द' मर तो चला तू;
कहाँ तक ग़म अपना छुपाता रहेगा।
