Afsar 12:00:00 AM 16 Jul, 2017

तेरी सादगी को निहारने का दिल करता है;
तमाम उम्र तेरे नाम करने को दिल करता है;

एक मुक़्क़मल शायरी है तू कुदरत की;
तुझे ग़ज़ल बना कर जुबां पर लाने को दिल करता है।

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