टूटे हुए दिलों की दुआ मेरे साथ है;
दुनिया तेरी तरफ है ख़ुदा मेरे साथ है;
आवाज़ घुंघरुओं की नहीं है तो क्या हुआ;
सागर के टूटने की सदा मेरे साथ है;
तन्हाई किस को कहते हैं मुझ को पता नहीं;
क्या जाने किस हसीं की दुआ मेरे साथ है;
पैमाना सामने है तो कुछ ग़म नहीं निज़ाम;
अब दर्द-ए-दिल की कोई दवा मेरे साथ है।
