कभी संभले तो कभी बिखर गए हम,
अब तो खुद में ही सिमट गए हम,
यूँ तो जमाना खरीद नहीं सकता हमें,
मगर प्यार के दो लफ़्ज़ों से बिक गए हम।
कभी संभले तो कभी बिखर गए हम,
अब तो खुद में ही सिमट गए हम,
यूँ तो जमाना खरीद नहीं सकता हमें,
मगर प्यार के दो लफ़्ज़ों से बिक गए हम।