Rakesh 12:00:00 AM 19 Jun, 2017

बेवजह हम वजह ढूंढ़ते हैं तेरे पास आने को,
ये दिल बेकरार है तुझे धड़कन में बसाने को,

बुझी नहीं प्यास इन होंठों की अभी,
न जाने कब मिलेगा सुकून तेरी इस दीवानी को।

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